खिलाड़ियों की जरूरत महसूस कर दी बड़ी सौगात

 

बिलासपुर। रेलवे नार्थ ईस्ट इंस्टीट्यूट को रेलवे मंडल सेक्रो ने ऐसी सौगात दी है, जो खिलाड़ियों की जरूरत थी। फ्लड लाइट की सुविधा होने से अब इस मैदान में रात्रिकालीन खेलों का आयोजन आसानी से होने लगा है। पहले आयोजनकर्ताओं को इसमें अतिरिक्त खर्च करने पड़ते थे। बांस के सहारे लाइटें लगाई जाती थीं। इसके बदले में भारी भरकम शुल्क लाइट संचालकों को देना पड़ता था। इस सुविधा का एक बड़ा लाभ खिलाड़ियों को यह भी मिला है कि वह अब रात में भी मैदान पहुंचकर अभ्यास कर रहे हैं। मंडल सेक्रो रेलवे कर्मचारियों व उनके परिवार के कल्याणकारी कार्यों के लिए हमेशा समर्पण भावना से कार्य करती है। उनकी ओर से कर्मचारियों के हित में कई कल्याणकारी कार्य का निष्पादन किया गया है। इसमें महिला सशक्तीकरण, महिला स्वास्थ्य जागरूकता, महिला कर्मचारियों का सम्मान, कर्मचारियों के प्रतिभावान बच्चों के लिए बड़ी कोचिंग संस्थानों में निश्शुल्क कोचिंग की सुविधा के अलावा आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों के लिए निश्शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराना शामिल है। अब महिलाएं खिलाड़ियों पर भी ध्यान दे रही हैं। इसमें फ्लड लाइट महत्वपूर्ण सुविधा है। इस मैदान के लिए लंबे समय से फ़्लड लाइट की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इस आवश्यकता को मंडल सेक्रो ने न केवल गंभीरता से लिया, बल्कि इस सुविधा को किसी भी सूरत में उपलब्ध कराने का संकल्प लिया। इसी का नतीजा है कि खिलाड़ियों को बेहतर खेल मंच उपलब्ध कराने एवं रात्रिकालीन विभिन्न खेलों के आयोजन के लिए हाई मास्ट फ़्लड लाइट की सुविधा उपलब्ध कराई गई। जब से यह सुविधा शुरू हुई है लगातार रात्रिकालीन खेलों का आयोजन हो रहा है। वर्तमान में यहां मजदूर कांग्रेस की ओर से अंतर विभागीय रात्रिकालीन क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इसमें रेलवे के अलग-अलग विभागों की टीमों ने भाग लिया है। रात्रिकालीन आयोजन होने के कारण कामकाज भी प्रभावित नहीं होता। इंस्टीट्यूट में फ्लट लाइट के लिए चार टावर लगाए गए हैं। एक टावर में 16 लाइटें हैं। इसी तरह जब एक साथ 64 लाइटें जलती हैं तो मैदान जगमगा उठता है। रात में भी बारीक से बारीक चीजें भी बड़ी आसानी से नजर आती हैं। यही कारण है कि क्रिकेट का टूर्नामेंट बड़ी आसानी से हो जा रहा है। इंस्टीट्यूट प्रबंधन का कहना है कि मंडल सेक्रो की ओर से लगातार खिलाड़ियों की सुविधाओं उपलब्ध कराई गई है। इसमें पेयजल सबसे प्रमुख है।