छत्‍तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटों पर काउंटिंग 4 जून को

 

 रायपुर।  केंद्रीय चुनाव आयोग ने चार जून को होने वाली मतगणना के लिए प्रदेश के 56 अधिकारियों को देश के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में मतगणना प्रेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा के 20 और राज्य प्रशासनिक सेवा के 36 अधिकारी शामिल हैं। राजधानी के नवीन विश्राम गृह में प्रेक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले भी शामिल हुईं। उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रेक्षक (काउंटिंग आब्जर्वर) की भूमिका मतगणना के दौरान महत्वपूर्ण होती है। मतगणना संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया का अंतिम पड़ाव है, इसलिए सभी की नजर इस पर केंद्रित होती है। मतगणना केंद्र पर पारदर्शी ढंग से मतगणना की प्रक्रिया पूर्ण हो, इसके लिए प्रेक्षक को निष्पक्ष और सभी प्रक्रियाओं से संबंधित जानकारी से परिपूर्ण होना चाहिए। प्रशिक्षण कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मास्टर ट्रेनर यूएस अग्रवाल, विनय अग्रवाल और रुपेश कुमार वर्मा ने मतगणना स्थल पर प्रेक्षक की भूमिका, ईटीपीबीएस व डाक मतपत्रों की गणना तथा ईवीएम से मतगणना संबंधी सभी बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर्स ने मतगणना हाल में कितने टेबल और किस प्रकार लगाए जाने हैं, प्रत्याशी, उनके अधिकृत प्रतिनिधि और मतगणना अभिकर्ता कितने होंगे तथा किन स्थानों पर बैठेंगे, वीवीपैट की गणना के लिए कौन सा टेबल निर्धारित किया जाए, डाक मतपत्रों की गणना कहां हो, कौन सी सावधानियां बरतने की जरूरत है आदि कई महत्वपूर्ण विषयों पर भी जानकारी दी।