शनि-बुध कर रहा बुद्धि भ्रष्ट, इसके प्रभाव से अंतरराष्ट्रीय तनाव

 

रायपुर : रूस और यूक्रेन के बीच आपसी तनाव को लेकर विश्वभर के देशों में जो चिंता व्याप्त है। उस चिंता को दूर करने और अनेक देशों के मध्य समझौता करवाने में भारत की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। ग्रह नक्षत्रों में शनि और बुध का प्रभाव संकेत दे रहा है कि अगले महीने मार्च तक विश्वव्यापी तनाव का माहौल रहेगा। इसके बाद स्थितियां सामान्य होने लगेगी।

निर्णय लेने में मतभेद

ज्योतिषाचार्य डा.दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार वर्तमान में प्रात:कालीन गोचर शनि प्रधान है। लग्नेश शनि जो है, वह बुध ग्रह के साथ स्वग्रही है। शनि और बुध जब स्वग्रही होते हैं तो वह बुद्धि को भ्रष्ट करने का काम करते हैं। विश्व में आर्थिक मंदी पर असर डालते हैं। विश्व के अनेक देशों में शनि और बुध मिलकर तनाव पैदा करेंगे। शनि और राहू का नवम पंचम योग बन रहा है, यह बात का संकेत दे रहा है कि निर्णय को लेकर विश्व के अनेक राष्ट्रों के बीच मतभेद होंगे। इससे विविध देशों में अफरातफरी की स्थिति रहेगी।