नीति आयोग के विरोध में उतरा कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स

 


रायपुर  । छत्‍तीसगढ़ में कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स CAIT (कैट) का कहना है कि ई कामर्स नियमों के मसौदे पर नीति आयोग की टिप्पणी सही नहीं है। कैट का कहना है कि ई कामर्स नियमों पर आयोग की टिप्पणी सीधे सरकार के अधिकार क्षेत्र को एक चुनौती है।कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा कि नीति आयोग का उद्देश्य संघीय ढांचे को मजबूत करना और राष्ट्र के विकास के लिए समग्र योजना तैयार करना है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग स्वयं में कोई सरकार नहीं सरकार द्वारा बनाई गई संस्था है। आयोग ने वहीं बात कहीं है जो विदेशी ई कामर्स कंपनियां कह रही है। उन्होंने कहा कि इन विदेशी ई कामर्स कंपनियों की गलत नीतियों के कारण देश का खुदरा व्यावसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है और इन कंपनियों पर लगाम लगाना जरूरी है। सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द नए नियमों का लागू किया जाए।

चीनी उत्पादों का कर रहे विरोध
कैट इन दिनों चीनी उत्पादों के विरोध में भी अभियान चला रही है। कैट का कहना है कि इस साल भी त्योहारों में बाजार में देसी उत्पाद ही देखने को मिलेंगे। इसके लिए अभियान चलाकर व्यापारियों और उपभोक्ताओं को भी जागरुक किया जा रहा है। इसके लिए कैट द्वारा देश भर में राष्ट्रीय अभियान भी चलाया जा रहा है। अभी रक्षाबंधन में भी चीनी कारोबार को तगड़ा झटका लगा है। आने वाले त्योहारों में भी चीनी कारोबार को ध्वस्त करना है। इसके लिए ही पिछले साल से अभियान चल रहा है। बीते साल त्योहारों में चीन को झटका भी लगा है।