पूर्व मंत्री के करीबियों के घर भी आयकर का छापा

 

अंबिकापुर। पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के घर,कार्यालय और सहयोगियों के यहां छापेमारी में पचास से अधिक अधिकारी,कर्मचारी लगे है। लंबी दूरी तय कर पहुंचे अधिकारी-कर्मचारी अलग-अलग ठिकानों पर पहुंचे। इनमें से लगभग बीस अधिकारी-कर्मचारियों ने भगत के कार्यालय के बाहर ही मुंह धोया। सभी के लिए नाश्ते में जलेबी और पोहा आया था। अधिकारियों ने भीतर कमरे में जबकि सुरक्षा कर्मचारियों ने बाहर बैठकर ही नाश्ता किया। घर के एक-एक कमरे की जांच की जा रही है। आइटी की टीम अंबिकापुर के पुलिस लाइन स्थित भगत के करीबी पुलिस अधिकारी रूपेश नारंग के घर पहुंची। यहां पत्नी व बच्चे थे।नारंग इन दिनों प्रशिक्षण में शामिल होने केरल गए हैं। बाहरी लोगों को देखकर नारंग की पत्नी ने उनसे फोन से बातचीत शुरु कर दी थी। बाद में जब फोन से अधिकारी की चर्चा कराई तो उन्होंने कहा कि मैं अमित कुमार असिस्टेन्ट कमिश्नर आईटी हूं। पूरा परिचय देने के बाद जांच में सहयोग की उम्मीद के साथ महिला पुलिस कर्मचारियों ने घर की छानबीन शुरू की है। अंबिकापुर। पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के साथ उनके करीबी भी आयकर विभाग की जांच में फंसे हैं। इनमें पुलिस अधिकारी,उद्योगपति और उनके निज सहायक के साथ कामकाज देखने वाले कर्मचारी भी शामिल है। बुधवार की सुबह आयकर की टीम ने अंबिकापुर के तकिया रोड में रहने वाले भगत के कर्मचारी शिव यादव के घर भी दबिश दी। शिव यादव को साथ लेकर सीधे गाड़ाघाट स्थित पाइप फैक्टरी पहुंची। यहां कर्मचारियों की उपस्थिति में दस्तावेज खंगाल आय के स्रोत जांचे जा रहे हैं। आयकर की एक टीम ने सुबह चार बजे राजपुर में रहने वाले पूर्व मंत्री भगत के निज सहायक राजेश वर्मा के घर भी पहुंची है। यहां राजेश वर्मा से पूछताछ कर पूर्व मंत्री के कामकाज को लेकर पूछताछ करने के साथ दस्तावेजी प्रमाण भी जुटा रही है। सूत्रों ने बताया कि रायपुर के उद्योगपति हरपाल सिंह अरोरा मंगलवार को अंबिकापुर में एक शादी समारोह में आए थे। वे भगत के करीबी थी। भगत के व्यवसायिक पार्टनर के रूप में कामकाज देखते थे। रात को उद्योगपति अरोरा अंबिकापुर के सरगवां स्थित होटल में रुके थे। उन्हें होटल से उठाकर टीम साथ ले गई है। अरोरा के साथ उनकी पत्नी भी थी।अंबिकापुर में पदस्थ उपनिरीक्षक रूपेश नारंग के घर भी टीम पहुंची है। रूपेश नारंग , पूर्व मंत्री भगत के बेहद करीबी है।कांग्रेस शासनकाल में नारंग को सरगुजा क्षेत्र में प्रभावशाली पुलिस अधिकारी माना जाता था। उन्हें मनचाहा पदस्थापना मिलती थी। नारंग,अंबिकापुर के कोतवाली थाने के प्रभारी भी थे। भगत के निज सहायक राजेश वर्मा के दोस्त होने के कारण उनके कामकाज में भी नारंग बराबरी के हिस्सेदार माने जाते थे। नारंग अभी यहां नहीं है। पुलिस लाइन स्थित उनके घर में आयकर अधिकारी जांच कर रहे हैं। आयकर की टीम ने पूर्व मंत्री भगत के पार्वतीपुर स्थित घर के अलावा सीतापुर स्थित कार्यालय में भी छापा मारा है। मंत्री के समर्थक भी उनके घर के बाहर भी जुटने लगे हैं।