मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के संयुक्त सम्मेलन में शामिल हुए भूपेश बघेल

 


रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार रात नई दिल्ली पहुंचे। बघेल शनिवार को वहां मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के संयुक्त सम्मेलन में शामिल हुए। अब से कुछ ही देर में सम्मेलन का शुभांरभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। दिल्ली रवाना होने से पहले रायपुर में एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने ट्रेनें रद किए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। कहा कि पहले लोग रेल रोकते थे, अब सरकार ट्रेन रोक रही है। उन्होंने कहा कि देशभर में कोयला आपूर्ति प्रभावित हुई है, यह केंद्र सरकार का मिस मैनेजमेंट है। 

ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए पशुधन का विकास आवश्यक: बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पशु चिकित्सकों को छत्तीसगढ़ को जल्द से जल्द दुग्ध व्यवसाय (डेयरी मिल्क) के क्षेत्र में भी अग्रणी पहचान दिलाने में अहम भागीदारी निभाने के लिए आह्वान किया। विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर शुक्रवार को नवा रायपुर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी हास्पिटल आडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में बघेल ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब छत्तीसगढ़ दुग्ध व्यवसाय के क्षेत्र में भी देश में अग्रणी राज्य होगा। इससे गांवों के साथ-साथ पशुपालक किसानों में समृद्धि आएगी और हमारी संपूर्ण ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। मुख्यमंत्री बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पशुधन हमारे समाज के विशिष्ट अंग होने के साथ-साथ वे हमारी अर्थव्यवस्था के भी महत्वपूर्ण अंग हैं। हमारे समाज में आदिकाल से इनका महत्व रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए हमारी सरकार ने राज्य में पशुधन के विकास और उनकी अच्छी देखभाल के लिए सुराजी गांव योजना और गोधन न्याय योजना लागू की है। योजना के अंतर्गत गांव-गांव में गोठानों का निर्माण पशुओं के चारे-पानी और उपचार की व्यवस्था की जा रही है। कार्यक्रम को राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत डा. रामसुन्दर दास, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान परिषद से डा. उमेशचन्द्र शर्मा और मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने भी संबोधित किया। उनके द्वारा पशुधन विकास के लिए राज्य में संचालित गोधन न्याय योजना को महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय कदम बताया गया। कार्यक्रम पशु चिकित्सा सेवा संघ की ओर से डा. संजीव सिरमौर, डा. अशोक कुमार पटेल, डा. एसके खरे, डा. कृष्ण कुमार वर्मा, डा. केएल राम, डा. एम. मेहरा सहित पशु चिकित्सक बड़ी संख्या में मौजूद थे।