शहर की 110 होलिका में किया गया गोकाष्ठ का उपयोग

 


बिलासपुर : इस बार गोबर से बने गोकाष्ठ की पूछ परख बढ़ी है। शहर के 110 छोटी बड़ी होलिका दहन समितियों ने गोकाष्ठ की होलिका का दहन किया है। शहर के चारों गोठान से लगभग 25 क्विंटल से ज्यादा गोकाष्ठ की बिक्री की गई है। नगर निगम की ओर हरे-भरे पेड़ों को बचाने के लिए होलिका दहन गोकाष्ठ करने के लिए गोबर की लकड़ी (गोकाष्ठ ) तैयार कराया गया था। साथ ही होलिका दहन में इसका उपयोग करने के लिए प्रचार प्रसार किया गया। इसे लोगों का बढ़िया प्रतिसाद मिला और होलिका दहन के दिन इसकी बिक्री हाथोंहाथ हुई। मोपका, सिरगिट्टी, सकरी और तिफरा गोठान से मिली जानकारी के अनुसार 110 स्थानों पर गोकाष्ठ से बनी होलिका का दहन कर पर्व मनाया गया है। मालूम हो कि शहर में हर बार 500 से ज्यादा छोटी-बड़ी होलिका का दहन किया जाता है, जिसमें सैकड़ों क्विंटल लकड़ी जला दी जाती है। वहीं इसे रोकने के लिए और सही तरीके से होलिका दहन की परंपरा का निर्वहन करने के लिए होलिका दहन के लिए गोबर से बनी गोकाष्ठ को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी के तहत इस बार गोकाष्ठ से बनी होलिका को बढ़ावा मिला है।