सब कुछ छोड़ने के बाद भी नहीं घट रहा वजन, ये हो सकते हैं कारण

 


जब कोई वेट लॉस करने के बारे में मन बनाता है तो वह हर मुमकिन चीज छोड़ने के बारे में सोचता है। जिसकी मदद से वेट लॉस किया जा सके। वहीं अगर कोई आपको वेट लॉस के लिए सलाह देते हैं तो आप उसे भी फॉलो करने लगते हैं। लेकिन हर चीज करने के बाद भी अगर वजन न घटे तो आप मायूस होने लगते हैं। इसके पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं। ये बात सभी जानते हैं कि वजन कम करना सबसे आसान काम नहीं है, लेकिन उस दिशा में तमाम कोशिशों के बावजूद अगर आप वजन कम नहीं कर पा रहे हैं तो जरूर कुछ गड़बड़ है। ऐसे में हम बता रहे हैं कुछ ऐसी बातें जो आपके वेट लॉस जर्नी में बाधा बनता है। 

प्रोटीन की कमी होना 

प्रोटीन शरीर के लिए जरूरी हैं क्योंकि ये बिल्डिंग ब्लॉक्स हैं जो शरीर की मांसपेशियों के निर्माण, मरम्मत और एनर्जी की जरूरतों के लिए जिम्मेदार हैं। इसके अलावा प्रोटीन पेट भरा रखने में मदद करता है। शरीर के लिए प्रोटीन के इन सभी फायदों को ध्यान में रखते हुए और खासकर बेहतर वजन घटाने के लिए, अपने खाने में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन को शामिल करना जरूरी है। वजन के मुताबिक प्रोटीन इनटेक की मात्रा हर किसी व्यक्ति की अलग होती है, लेकिन महिलाओं के लिए 40 से 80 ग्राम के बीच होती है।

ज्यादा देर तक बैठे रहना

अगर आप दिन में एक घंटा काम करते हैं और पसीना बहाते हैं, तो यह मदद नहीं करेगा। लाइपेस नामक एक एंजाइम फैट जलाने में जरूरी भूमिका निभाता है और लंबे समय तक बैठे रहने से शरीर में लाइपेज के प्रोडक्शन में बाधा होती है। अपने लाइपेस प्रोडक्शन में सुधार के लिए लंबे समय तक बैठे रहने के बाद दो से तीन मिनट चलने पर विचार करें।

रोजाना एक्सरसाइज करना

यह विशवास न करने लायक लग सकता है लेकिन रोजाना एक्सरसाइज करने से वजन बढ़ सकता है या वजन घटना रुक सकता है। वर्कआउट करने के बाद, लोग ज्यादा खाते हैं क्योंकि उन्हें लगता है। इसके अलावा, वॉटर रिटेंशन भी हो सकता है और ये वजन बढ़ा सकता है। 

स्ट्रेस बढ़ा सकते है वजन

स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल इस प्रोसेस को ट्रिगर करने के लिए जिम्मेदार होता है, जिसके कारण ज्यादातर लोग सामान्य रूप से बहुत ज्यादा खाना खाते हैं। कोर्टिसोल भूख को बढ़ाता है और आराम से खाने में मदद करता है जो वजन बढ़ाने में मददगार होते हैं। अगर आप स्ट्रेस क्रेविंग्स के आगे झुकने की कोशिश नहीं करते हैं, तो कोर्टिसोल स्लो मेटाबॉलिज्म की ओर ले जाएगा।