जन्माष्टमी पर नहीं फूटेगी दही-हांडी

 

रायपुर : जन्माष्टमी पर हर साल भव्य रूप से दही-हांडी प्रतियोगिता का आयोजन होता था। मगर, लगातार दूसरे साल भी कोरोना महामारी को देखते हुए बड़े पैमाने पर आयोजन नहीं हो सकेगा। कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए प्रशासन ने दही-हांडी फोड़ने पर रोक लगा दी है। हालांकि, लोग अपने घरों में जन्माष्टमी को धूम-धाम से मनाने के लिए तैयारियां और बाजार से खरीदारी कर रहे हैं।

साथ ही मंदिरों में दर्शन करने के लिए प्रत्येक श्रद्धालु को छह फीट की दूरी रखते हुए लाइन में लगना होगा। न तो प्रसाद वितरण किया जाएगा और न ही श्रद्धालुओं पर जल का छिड़काव होगा। अपर कलेक्टर ने 22 बिंदुओं वाली गाइडलाइन जारी की है।

इन नियमों के तहत मना सकेंगे जन्माष्टमी

- मंदिर प्रवेश द्वार सैनिटाइजर एवं थर्मल स्क्रीनिंग

- धार्मिक स्थलों एवं सार्वजनिक जगहों पर मटकी नहीं फोड़ सकेंगे

- मास्क के बिना प्रवेश नहीं, एक साथ भीड़ नहीं

- जागरूकता फैलाने के लिए आडियो, वीडियो बजाना होगा

- जूते-चप्पल के लिए विशेष व्यवस्था

- मंदिर के बाहर दुकान, स्टाल, कैफेटेरिया में भीड़ न हो

- गोल घेरा में खड़े रहने की व्यवस्था

- मूर्ति, धार्मिक ग्रंथों को छूने की अनुमति नहीं

- बड़ी सभाएं, मंडली पर प्रतिबंध

- रिकॉर्ड किए गीत बजा सकेंगे

- सार्वजनिक चटाई, दरी पर प्रतिबंध, श्रद्धालु ला सकेंगे

- पूजा स्थल के भीतर प्रसाद वितरण, जल छिड़काव नहीं

- दिन में कई बार साफ-सफाई

मांसाहार और शराब की दुकानें रहेंगी बंद

छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ा निर्णय लेते हुए जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर मदिरा विक्रय दुकानों और मांसाहार की दुकानों को कल 30 अगस्त 2021 को बंद रखने के निर्देश दिए हैं।