कोरोना वायरस के चलते पाकिस्तान में मचा हाहाकार, सरकार ने IMF से मांगे और पैसे

 


इस्लामाबाद. कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते पाकिस्तान (Pakistan) में हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं. हालांकि वहां अब तक सिर्फ 8 लोगों की मौत हुई है. लेकिन आर्थिक मोर्चे पर पाकिस्तान खस्ता हाल हो गया है. ऐसे में पाकिस्तान ने इंटरनेशनल मोनेटरी फंड (IMF) ने और ज्यादा फंड की मांग की है. कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए पाकिस्तान ने 1.4 बिलियन डॉलर की मदद मांगी है.

आर्थिक पैकेज
ये पैसे पाकिस्तान को IMF से मिलने वाले पुराने फंड से अलग हैं. इस बात की जानकारी इमरान खान के आर्थिक मामलों के सलाहकार अब्दुल हफीज शेख ने दी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में कोरोनो वायरस के चलते हालात बेहद खराब हैं और अगर उन्हें फंड नहीं मिला तो हालात और भी बिगड़ सकते हैं. पिछले महीने आईएमएफ ने कहा था कि उसके और पाकिस्तान के बीच 6 अरब डालर के राहत पैकेज की दूसरी समीक्षा को लेकर सहमति बन गई है. नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को राहत पैकेज की दूसरी समीक्षा पर खरा उतरने के लिए नीतियों और सुधारों के क्षेत्र में जरूरी कदम उठाने होंगे. पाकिस्तान का वित्त मंत्रालय अगस्त 2018 में राहत पैकेज के लिए आईएमएफ के पास पहुंचा था. आईएमएफ का कार्यकारी निदेशक मंडल पिछले साल जुलाई में पाकिस्तान को राहत पैकेज देने के लिए सहमत हुआ था.

ट्रेन सेवाएं बंद

पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 1000 हो जाने के बीच प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को इस घातक बीमारी का मुकाबला करने और मौजूदा परिस्थितियों में गरीबों की मदद के लिए अरबों रुपये के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की. सरकार ने 31 मार्च तक देश में सभी यात्री ट्रेन सेवाओं को भी स्थगित कर दिया है.

200 अरब रुपये की मदद
प्रधानमंत्री खान ने कहा कि 200 अरब रुपये श्रमिक वर्ग की परेशानियों को कम करने के लिए आवंटित किए गए हैं और सरकार प्रांतों और व्यापारिक समुदायों की मदद के लिए भी प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारियों के प्रति अत्यधिक सचेत है और उसकी विभिन्न नीतियों और कदमों के कारण कोरोना वायरस के मामले अब तक सीमित हैं.