चुनाव आयोग की विश्वसनीयता अब तक के सबसे निचले स्तर पर : खड़गे

 

नयी दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को कहा कि भारत चुनाव आयोग (ईसीआई) जैसी संवैधानिक संस्था की विश्वसनीयता अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। श्री खड़गे ने इंडिया समूह के घटक दलों के नेताओं को लिखे पत्र में भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जारी मतदान आंकड़ों में विसंगतियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि संवैधानिक संस्था की विश्वसनीयता अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। उन्होंने कहा “यह पब्लिक डोमेन में है कि कैसे ईसीआई ने शायद इतिहास में पहली बार लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण के अंतिम मतदान प्रतिशत जारी करने में विलंब किया।” उन्होंने नेताओं से आग्रह किया कि राष्ट्रीय हित में सभी को लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण के मतदान प्रतिशत डेटा जारी करने में विलंब पर ईसीआई से सामूहिक रूप से सवाल पूछना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने पत्र में ईसीआई से पूछा, “मतदान की समाप्ति की अवधि 19 अप्रैल 19.00 बजे से लेकर 30 अप्रैल को मतदाता मतदान डेटा के देरी से जारी होने तक अंतिम मतदान प्रतिशत में 5.5 की वृद्धि कैसे हुई। इसी प्रकार दूसरे चरण के लिए मतदान की समाप्ति अवधि 26 अप्रैल शाम 19.00 बजे से 30 अप्रैल को डेटा के देरी से जारी होने तक अंतिम मतदान प्रतिशत में 5.74 से अधिक की वृद्धि कैसे हुई।” उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि इन तथ्यों के आधार पर क्या यह अंतिम परिणामों के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास हो सकता है। उन्होंने जोर दिया कि यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी पहले दो चरणों में मतदान के रूख से घबराए हुए और निराश थे। उन्होंने कहा , “पूरा देश जानता है कि सत्ता के नशे में चूर एक निरंकुश शासन कुर्सी पर बने रहने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। इंडिया समूह का मुख्य उद्देश्य एक जीवंत लोकतंत्र की संस्कृति और देश के संविधान की रक्षा करना है। आइए हम भारत के चुनाव आयोग की स्वतंत्रता सुनिश्चित करें और इसे जवाबदेह बनाएं।”