CCTV में पता चला खबर देने वाले ही निकले कातिल

  दुर्ग। छत्‍तीसगढ़ के दुर्ग जिले में हत्‍या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। साथ बैठकर जाम छलकाया, इस दौरान पैसे को लेकर विवाद हुआ। एक युवक को तीन युवकों ने बेदम पीटा। इससे युवक की मौत हो गई। इसके बाद लाश को सुलभ में छुपा दिया। खुद डायल 108 को सूचना दी। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि सूचना देने वाले ही कातिल हैं। मामला दुर्ग के मोहन नगर थाना क्षेत्र के गैंदी डबरी का है। दरअसल, 22 अप्रैल को तितुरडीह निवासी बंटी की सुलभ में लाश मिली थी। पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। सभी को लग रहा था कि उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई होगी, लेकिन बाद में पता चला कि एक दिन पहले उसके साथ मारपीट की गई थी। इस मामले में पुलिस ने मोहन नगर के ही तीन युवक प्रकाश उर्फ पप्पू, राधेश्याम उर्फ बुद्धू और महावीर यादव को हिरासत में लिया है। उनसे हत्या के मामले में पूछताछ की जा रही है।  पुलिस के मुताबिक मृतक बंटी स्टेशन के पास स्थित इंदौर सेव भंडार में हलवाई का काम करता था। वह केटरिंग का भी काम करता था। उसने तीन लड़कों को अपने साथ में काम करवाया था। जिसका पेमेंट करीब 5400 रुपये तीनों युवकों का बकाया था। काम करवाने के बाद रुपए मांगने पर वो दे नहीं रहा था। जिस पर आरोपित उसकी दुकान में आ धमके। बंटी ने एक हजार रुपये व्यवस्था कर दिया। फिर सभी वहां से चले गए। पैसे लेकर जाने के बाद रात में चारों गैंदी डबरी सुलभ के पास मैदान में ही जमकर शराब पिए। पीने के बाद तीनों ने रुपये की बात कहीं तो बंटी ने उनसे गाली-गलौज कर दिया। जिससे उनके बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि तीनों ने मिलकर बंटी की पिटाई कर दी। वो बेहोश होकर गिर गया। बारिश हो रही थी तो बेहोशी की हालत में तीनों आरोपितों ने बंटी को सुलभ के अंदर ले जाकर छोड़ दिया।  अगले दिन सुबह जब सुलभ में लोगों आना जाना शुरू हुआ, तो बंटी की लाश वहां देख हड़कंप मच गया। बात तेजी से पूरे इलाके में फैल गई। खबर आरोपित युवकों तक पहुंची। किसी को शक ना हो सोचकर आरोपित भी वहां पहुंचे और तुरंत राधेश्याम और प्रकाश ने फोन कर डायल 108 को सुलभ में लाश पड़ी होने की सूचना दी। पुलिस भी मौके पर पहुंची। सभी को लग रहा था कि बंटी को हार्ट अटैक हुआ है। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जब जांच शुरू की, तो सुलभ के सामने ज्ञान सिंह बिल्डिंग और एक अधिवक्ता के घर में सीसीटीवी लगे होने का पता चला। जिसमें तीनों आरोपित सीसी टीवी फुटेज में बंटी को उठाकर सुलभ में लेकर जाते दिखे। जिसके बाद प्रकाश उर्फ पप्पू, राधेश्याम उर्फ बुद्धू और महावीर यादव को हिरासत में लिया गया।