जिंदगी के हर फलसफे पर गीत लिखने में माहिर थे शैलेन्द्र

 

..पुण्यतिथि 14 दिसंबर के अवसर पर ..

मुंबई  जिंदगी के हर फलसफे और जीवन के हर रंग पर गीत लिखने वाले शैलेन्द्र के गीतों में हर मनुष्य स्वंय को ऐसे समाहित सा महसूस करता है जैसे वह गीत उसी के लिए लिखा गया हो। पश्चिमी पंजाब के रावलपिन्डी शहर अब पाकिस्तान में 30 अगस्त 1923 को जन्में शंकर दास केसरीलाल उर्फ शैलेन्द्र अपने भाइयों मे सबसे बड़े थे। उनके बचपन में ही उनका परिवार रावलपिंडी छोड़कर मथुरा चला आया।