चाकलेट केक खाकर हेल्दी स्किन बना रही महिलाएं

 

बिलासपुर । चाकलेट खाना महिलाओं की हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होता है। चाकलेट के खाने से दिल, गर्भ, स्किन तथा अन्य हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओं पर सकारात्मक असर देखने को मिलते हैं। ठंड के मौसम में महिलाओं से लेकर युवती और बच्चे चाकलेट के केक खाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इसे खाकर महिलाओं हेल्दी स्किन बना रही हैं। अक्सर शादी की सालगिरह से लेकर जन्मदिन सहित अन्य पार्टियों के समारोह में चाकलेट केक खाकर खुशियां मनाई जाती है। डाइटिशियन कविता पूजारा का कहना है कि चाकलेट और इसी से बने केक खाना महिलाओं की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। चाकलेट महिलाओं की त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। सीमित मात्रा में चाकलेट खाने वाली महिलाओं को हार्ट प्राब्लम का खतरा भी कम होता है।  चाकलेट चेहरे की रंगत और निखार को भी बढ़ाती है। जवां और हेल्दी स्किन पाना हर महिला की चाहत होती हैं। ऐसी चाहत रखने वाली महिलाओं के लिए भी चाकलेट फायदेमंद साबित हो रहा है। चाकलेट खाने से चेहरे पर पड़ने वाली झुर्रियों खत्म होती है। क्योंकि इसमें पाए जाने वाली एंटी-आक्सीडेंट स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इससे स्किन की चमक बढ़ती है और साथ ही त्वचा को आकर्षक बनाता है। आज कल की लाइफ स्टाइल के चलते वैसे तो तनाव हर किसी की जिदंगी की हिस्सा बन गया है, लेकिन कामकाजी महिलाओं के लिए तनाव आम बात है। जिम्मेदारियों और उम्मीदों की अधिकता उन्हें तनाव की स्थिति में ले आती है। ऐसी स्थिति में स्ट्रेस कम करने की सबसे मजेदार तरीका चाकलेट खाना है। इसमें सेरेटोनिन नाम का केमिकल तनाव को और शुगर पेन को कम कर तुरंत मानसिक शांति का अहसास कराता है। केक में चाकलेट होने के चलते इसमें पालीफेनोल और थियोब्रोमाइन होता है। यह हमारे शरीर को बिना किसी नुकसान के ब्लड वेसेल्स को स्वस्थ रखने में प्रभावी होता है। इसके साथ ही यह ब्लड प्रेशर को कम करने के साथ-साथ हृदय संबंधी रोग के खतरों को कम करने में प्रभावी होता है। चाकलेट केक खाने से खुशी मिलती है। जिससे शरीर को शांति मिलती है। तोरवा के जेपी पार्क निवासी केक प्रशिक्षक चुन्नी मौय ने बताया कि शादी की सालगिरह, जन्मदिन से लेकर अन्य खुशी के कार्यक्रम में केक काटने का चलन बढ़ गया है। ज्यादातर महिलाओं को चाकलेट केक खाना अधिक पसंद हैं। उन्होंने बताया कि जब भी बच्चों के लिए केक बनाना होता है तो बच्चे चाकलेट केक की मांग करते हैं। चुन्नी मौर्य स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राओं केक बनाने के बारे में प्रशिक्षण देती हैं। ताकि आने वाले समय में बच्चे आत्मनिर्भर बन सके। भविष्य में वे घर बैठे केक बनाने का छोटा व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। अलग-अलग फ्लेवर के केक बनाने के बारे में बतायी जा रही है।