रोहित ब्रिगेड पूरा हिसाब चुकाने नरेंद्र मोदी स्टेडियम में उतरेगी

 नई दिल्ली।  23 मार्च 2003, जोहान्सबर्ग में विश्व कप का फाइनल मैच खेला गया था। तब पहली बार भारत और ऑस्ट्रेलिया की वर्ल्ड कप फाइनल में भिड़ंत हुई थी। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 359 रनों का स्कोर खड़ा किया था। तब 300+ के टारगेट का पीछा करना बेहद मुश्कित था। टीम इंडिया 125 रनों से मुकाबला हार गई। इस हार ने भारत और क्रिकेट फैंस को बड़ा दर्द दिया था। तब भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल रही थी। वह सिर्फ एक लीग मैच ऑस्ट्रेलिया से हारी थी। 23 मार्च 2003 से 19 नवंबर 2023 फाइनल के बीच पूरे 20 साल और 7547 दिनों का अंतर है। ऐसे में रोहित ब्रिगेड पूरा हिसाब चुकाने नरेंद्र मोदी स्टेडियम में उतरेगी। तब राहुल द्रविड़ टीम के विकेटकीपर/बल्लेबाज थे। अब टीम के हेड कोच हैं। अजीत अगरकर 2003 विश्व कप स्क्वॉड में थे, जो अब भारतीय टीम के चीफ सेलेक्टर हैं। भारत टीम नरेंद्र मोदी स्टेडियम (पूर्व में मोटेरा) में विश्व कप मैच नहीं हारी है। भारत ने विश्व कप के तीन मैच यहां खेले हैं। जहां सारे मुकाबलों में जीत मिली है। टीम इंडिया ने पहला विश्व कप मैच 26 अक्टूबर 1987 को जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था। इस मैच को 7 विकेट से जीत लिया था।