रायपुर । ‘जो बोले, सो निहाल, सतश्री अकाल....’ और ‘वाहे गुरु दी खालसा, वाहे गुरु दी फत्ते’ के जयकारे राजधानी की सड़कों पर गूंज उठे। सिख समाज के बच्चे, युवतियों, बुजुर्गों में जबरदस्त उत्साह छाया रहा। करीब सात किलोमीटर की दूरी तक यात्रा मार्ग में जगह-जगह लंगर, प्रसादी वितरण और शर्बत वितरण किया जाता रहा। यह नजारा सिख धर्म के प्रथम गुरु नानकदेव के प्रकाश पर्व के पहले निकाली गई नगर कीर्तन यात्रा में दिखाई दिया। नगर कीर्तन यात्रा स्टेशन रोड गुरुद्वारा से दोपहर को निकाली गई। यात्रा के पड़ाव में तेलघानी नाका, अग्रसेन चौक, बजरंग नगर, गुरु घासीदास प्लाजा, आजाद चौक थाना, विवेकानंद आश्रम, राजकुमार कालेज, अनुपम गार्डन, विधायक विकास उपाध्याय के निवास, एनआइटी, यूनिवर्सिटी, सरस्वती नगर थाना, मोहबाबाजार, एम्स अस्पताल मार्ग पर जगह-जगह लंगर, शर्बत वितरण की सेवा दी जा रही थी। यात्रा मार्ग में भव्य स्वागत द्वार बनाए गए थे। गुरु ग्रंथ साहिब के वाहन और यात्रा में शामिल सिख समाज के लोगों पर फूल बरसाकर स्वागत किया गया। अनेक सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने यात्रा मार्ग में सेवा दी।
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