ग्रामीणों से सीधे जुड़ाव और स्थानीय मुद्दों पर रहा पीएम का जोर

 

 मुंगेली ।  मुंगेली की चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए अंदाज में नजर आए। पहले ग्रामीणों से सीधे संपर्क स्थापित किया। जब दोनों तरफ से संवाद का तारतम्य जम गया तब उन्होंने सवाल-जवाब के माध्यम से अपनी बात शुरू की। अपनी गारंटी पर लोगों को भरोसा दिलाया। भ्रम में न फंसने की समझाइश भी दी। राष्ट्रीय स्तर के मुद्दे उछाल कर कांग्रेस के चरित्र को उजागर किया। भ्रष्टाचार के बीच एक और बड़ी बात उन्होंने की। टिकट वितरण में चार करोड़ की डील का आडियो प्रसारित होने की बात जब उन्होंने अपने अंदाज में कही मंच के सामने बैठी भीड़ ने उसी अंदाज में समर्थन भी दिया। आदिवासियों, दलितों और ओबीसी वर्ग को जमकर साधा।   भाजपा को इन जातियों की हितैषी पार्टी बताने में भी उन्होंने कसर नहीं छोड़ी। प्रधानमंत्री मोदी की सोमवार को प्रदेश में आखिरी चुनावी सभा थी। बिलासपुर से विजय संकल्प शंखनाद रैली का संभागीय मुख्यालय से आगाज किया था। रायगढ़ व रायपुर में दो चुनावी सभा को संबोधित किया। ग्रामीणों की भीड़, लोगों से सीधे जुड़ाव और मिल रहे जनसमर्थन से भरोसा ऐसा बना कि उन्होंने तीन दिसंबर को भाजपा के सीएम के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने मुंगेली जिले के ग्रामीणों को दीपावली के दिन न्यौता भी दिया। उनका यह संदेश प्रदेशभर के लोगों के लिए था। मुंगेली के बहाने उन्होंने अपने भरोसे को छत्तीसगढ़ के लोगों के बीच कुछ इस अंदाज में सामने लाया। लोगों को निमंत्रण देने के बाद उन्होंने पूछा भी। ठीक किया या नहीं। अंदाज ऐसा कि ग्रामीणों को भी अपने भरोसे के साथ जोड़ लिया। लोगों को भी सरकार बनाने की जिम्मेदारी दे दी। मुंगेली के जमकुही में ग्रामीणों की भारी भीड़ जुट गई थी। मेहमान के बजाय मेजबान की भूमिका में पीएम नजर आए और अव्यवस्था और परेशानी के लिए सीधे ग्रामीणों से क्षमा भी मांगी। उनकी साफगोई से ग्रामीण गदगद नजर आए। जुड़ाव ऐसा कि 42 मिनट के उनके भाषण के दौरान ग्रामीण सीधे उनसे जुड़े रहे और उनकी बातों को ध्यान से सुनते रहे। स्थानीय राजनीति पर पीएम ने फोकस किया। ग्रामीणों को बताया कि मुंगेली को भाजपा सरकार ने जिला बनाया है। अटलजी ने छत्तीसगढ़ का निर्माण किया है। दो उदाहरण के साथ उन्होंने इशारों ही इशारों में मुंगेली जिले के साथ ही समूचे छत्तीसगढ़ के विकास का जिम्मा लिया। अपनी गारंटी को पुख्ता करते हुए कहा कि हमारा यही ट्रैक रिकार्ड है। छत्तीसगढ़ का गठन भाजपा ने किया है। संवारने की जिम्मेदारी भी हमारी ही है। छत्तीसगढ़वासियों को दिया श्रेय कांग्रेस की विदाई बेला की चर्चा की। छत्तीसगढ़ में बन रहे सरकार विरोधी माहौल के लिए छत्तीसगढ़वासियों को श्रेय दिया। इस बीच आदिवासी, ओबीसी व निचले तबके के लोगों को इस बात का भरोसा दिलाया कि भाजपा आएगी तो उनके लिए कल्याणकारी योजनाएं भी आएंगी। छत्तीसगढ़ की राजनीति में ढाई साल बाद एक समझौते का खुलासा सत्ताधारी दल की ओर से ही हुआ। कांग्रेस के दिग्गजों के बीच से निकली इस बात ने जोर भी पकड़ा। लोगों की जुबान पर भी यह काफी दिनों तक रही। चुनाव के दूसरे और महत्वपूर्ण चरण में एक और डील सामने आ गई। महापौर रामशरण यादव की कथित आडियो प्रसारित हो गया। इसमें वे प्रदेश प्रभारी से लेकर दिग्गज नेताओं को कटघरे में खड़ा करते हुए चार करोड़ की सौदेबाजी का पर्दाफाश किया। पीएम की जुबान पर भी आडियो की बात आ ही गई। आडियो के बहाने पीएम मोदी ने कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को जमकर घेरा। भ्रष्टाचार की ओर इशारा किया और फैसला जनता जनार्दन के हाथों में छोड़ दिया।