बुजुर्ग मतदाताओं की लाठी बनेगा भारत निर्वाचन आयोग

 

 बिलासपुर। दिव्यांग,बुजुर्ग और दृष्टिबाधित मतदाताओं के लिए यह अच्छी खबर हो सकती है। विधानसभा चुनाव के दौरान दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं को घर से मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए अब किसी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। भारत निर्वाचन आयोग बनेगा ऐसे मतदाताओं की लाठी। भारत निर्वाचन आयोग ने ऐसे मतदाताओं के लिए वाहनों के साथ ही वालिंटियर की व्यवस्था करने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को निर्देशित किया है।मतदान के दिन घर से सदस्य भी व्यस्त रहते हैं। राजनीतिक दलों के साथ जिन सदस्यों की सीधेतौर पर सक्रियता रहती है ऐसे घरों में सुबह से लेकर पूरे दिन व्यस्तता में ही दिन गुजरता है। राजनीतिक दलों द्वारा बुजुर्ग या दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान के लिए पोलिंग बूथों तक लेकर जाने और वहां से वापस घर पहुंचाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की जाती है। आचार संहिता के घेरे में आने और विवाद की स्थिति बनने के कारण अब राजनीतिक दलों द्वारा दूरी बनाई जा रही है। इसके कारण बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को पाेलिंग बूथों तक जाने और वहां से वापसी में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसे देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग ने ऐसे मतदाताओं के लिए वाहनों के साथ ही पोलिंग बूथों में वालिंटियर की व्यवस्था करने का निर्देश राज्य निर्वाचन आयोग को दिया है। इससे मतदाताओं को राहत मिलेगी। 0 बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं को बूथ के सामने अपनी बारी का इंतजार करते कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। बूथों में तैनात स्वयंसेवक उनको सीधे पोलिंग बूथ के भीतर लेकर जाएंगे। मतदान कराएंगे और फिर संबंधित वाहन में बैठाएंगे।