जयशंकर के साथ बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने उठाया कनाडा का मुद्दा

 

 

 वॉशिंगटन । अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच हुई वॉशिंगटन में बैठक के दौरान हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का मुद्दा भी उठा। ब्लिंकन ने एस जयशंकर से निज्जर की हत्या की कनाडाई जांच में सहयोग करने का आग्रह किया। जयशंकर इस समय वॉशिंगटन डीसी की पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। हाल ही में नई दिल्ली में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद दोनों देशों के बीच यह उच्चतम स्तर की बातचीत है। मालूम हो कि इस बैठक के बाद जारी हुए आधिकारिक बयान में कहीं भी अमेरिका ने कनाडा या निज्जर की हत्या का जिक्र नहीं किया था, लेकिन अब जब सामने आ रहा है कि ब्लिंकन ने यह मुद्दा उठाया था, तो अमेरिका पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। कहा जा रहा है कि कनाडा के मुद्दे पर क्या अमेरिका भारत के साथ डबल गेम खेलने की कोशिश कर रहा है? क्यूबेक में बोलते हुए, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जिन्होंने निज्जर की हत्या में भारतीय भूमिका का आरोप लगाया था, ने कहा कि उन्हें यकीन है कि ब्लिंकन जयशंकर के साथ इस मुद्दे को उठाएंगे। ट्रूडो ने कहा था, ''अमेरिकी विदेश मंत्री निश्चित रूप से इस मामले पर भारत सरकार के साथ चर्चा करेंगे।''वहीं, न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारी ने कहा, ''ब्लिंकन ने अपनी बैठक में कनाडाई मामले को उठाया और भारत सरकार से कनाडा की जांच में सहयोग करने का आग्रह किया। हालांकि विदेश विभाग के बयान में इस मुद्दे का कोई जिक्र नहीं किया गया। जयशंकर-ब्लिंकन की मुलाकात के बाद अपनी वेबसाइट पर अमेरिकी विदेश विभाग के औपचारिक बयान में निज्जर की हत्या या पूरे कनाडा का कोई जिक्र नहीं किया। विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, ''दोनों शीर्ष नेताओं ने भारत की जी20 अध्यक्षता के प्रमुख परिणामों और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के निर्माण और पारदर्शी, टिकाऊ और उच्च-मानक बुनियादी ढांचा निवेश उत्पन्न करने की इसकी क्षमता सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।" बैठक के बाद मिलर ने एक बयान में कहा, ''दोनों नेताओं ने आगामी 'टू प्लस टू' वार्ता से पहले विशेष रूप से रक्षा, अंतरिक्ष और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्रों में सतत सहयोग के महत्व पर जोर दिया।''  विदेश मंत्री ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''अमेरिका के विदेश मंत्री ब्लिंकन से विदेश मंत्रालय में मुलाकात करके अच्छा लगा। कई मुद्दों पर चर्चा हुई, प्रधानमंत्री की जून में हुई यात्रा पर बनी सहमतियों पर चर्चा की, वैश्विक विकास पर भी विचार-विमर्श हुआ। जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत 'टू प्लस टू' वार्ता के पांचवें संस्करण की मेजबानी करेगा। हालांकि, उन्होंने इन बैठकों की तारीख के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। अनुमान है कि नवंबर की शुरुआत में ये बैठकें आयोजित की जाएंगी। वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन करेंगे। वहीं, भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। भारत और कनाडा में जारी तनाव के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो बैकफुट पर आ गए हैं। उन्होंने कहा है कि उनका देश भारत के साथ करीबी संबंध स्थापित करने को लेकर बहुत गंभीर है, क्योंकि उसकी आर्थिक ताकत बढ़ रही है और वह एक अहम भूराजनीतिक भागीदार है। ट्रूडो ने ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को हुई निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता के आरोप लगाए हैं, जिसके कारण भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था। भारत ने ट्रूडो के आरोपों को बेतुका और निहित स्वार्थों से प्रेरित बताकर खारिज कर दिया है। उसने इस मामले में एक भारतीय अधिकारी को कनाडा से निष्कासित किए जाने के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को भारत से निष्कासित कर दिया।