बार बंद कराने पर पहुंची पुलिस से भिड़े एनएसयूआई नेता, मचा बवाल

 

 रायपुर। शनिवार आधी रात तेलीबांधा इलाके में संचालित हो रहे एक पब व बार को बंद कराने पहुंचे पुलिस कर्मियों के साथ एनएसयूआई के नेताओं के बीच विवाद इतना बढ़ा कि बवाल हो गया। नेताओं का आरोप था कि पुलिस कर्मियों ने उनके साथ गाली-गलौज कर मारपीट की है। तेलीबांधा पुलिस थाने में इसके विरोध में नेताओं का जमावड़ा लगा रहा। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने विवाद को शांत कराया। जानकारी के मुताबिक शनिवार रात करीब एक बजे तेलीबांधा इलाके के वीआइपी रोड स्थित एक पब व बार बंद कराने थाना स्टाप पहुंचा था। वहां पर बार मैनेजर ने पेट्रोलिंग टीम से कहा कि वह बार बंद कर जाना चाहते हैं, लेकिन टेबल में बैठे कुछ लोग शराब पी रहे हैं, उनके जाने के बाद बार बंद कर देंगे। इस दौरान पेट्रोलिंग टीम में शामिल एक एसआई ने विधायक के पीए और छात्र नेताओं को जाने के लिए कहा तो विवाद शुरू हो गया।इस दौरान पुलिस टीम से एनएसयूआई के नेताओं ने गाली गलौज की जिससे विवाद इतना बढ़ा कि थाना स्टाप ने कुछ नेताओं की डंडे से पिटाई कर दी।मार खाने वालों में एक कांग्रेस विधायक का प्रतिनिधि भी शामिल था। इस घटना की जानकारी मिलने पर एनएसयूआई कई नेता थाने पहुंचे। बताया जा रहा है कि इनमें से कई नशे में थे और पुलिसकर्मियों से गाली गलौज कर रहे थे।कुछ देर में सरगुजा क्षेत्र के विधायक के साथ एनएसयूआई नेता रात तीन बजे तक थाने में डटे रहे।नेताओं ने थाने में पदस्थ और मारपीट करने वाले एसआई की बर्खास्तगी की मांग कर रहे थे। मौके पर मौजूद सिविल लाइन सीएसपी मनोज ध्रुव,विधानसभा सीएसपी उदयन बेहार,डीएसपी क्राइम दिनेश सिन्हा,एसीसीयू प्रभारी गिरीश तिवारी ने हस्तक्षेप कर किसी तरह विवाद को शांत कराया। अधिकारियों ने मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया इसके बाद हंगामा कर रहे एनएसयूआई नेता शांत होकर वापस लौट गए।इस घटना के संबंध में अधिकारी कुछ भी बताने से इंकार करते रहे। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर तेलीबांधा पुलिस थाना प्रभारी से संपर्क करने पर उन्होंने बार में किसी के साथ मारपीट या बदसलूकी करने की बात से साफ इनकार किया।उनका कहना था कि वीआईपी रोड पर देर रात कुछ लोगों की जमावड़ा होने की वजह से याताॉात जाम होने की सूचना मिलने पर मौके पर पेट्रोलिंग पार्टी पहुंची थी।सड़क जाम करने वालों को थाने बुलाया गया तो उन लोगों ने अपने साथियों को थाने बुला लिया।थाने के बाहर छात्र नेताओं के धरने पर बैठने की बात से उन्होंने इनकार किया है।