केन्द्र से स्वीकृति नहीं मिलने पर नये हितग्राहियों को आवास दिलाने राज्य सरकार स्वयं के बलबूते बनाएगी योजना
राज्य सरकार का प्रयास युवाओं को ज्यादा से ज्यादा मिले रोजगार और स्व-रोजगार के अवसर
बेरोजगारी
भत्ता योजना : मुख्यमंत्री ने की तीसरी किश्त के रूप में 31.69 करोड़ रुपए
से अधिक राशि 1.16 लाख हितग्राहियों के खाते में की अंतरित
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण : 49,157 हितग्राहियों के खाते में 151 करोड़ रूपए की राशि का ऑनलाईन अंतरण
बेरोजगार युवाओं को अब तक 80.64 करोड़ रूपए से अधिक राशि का किया जा चुका है भुगतान
रायपुर
। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रधानमंत्री आवास
योजना-ग्रामीण के पिछले दस वर्षाें में जुड़े नये हितग्राहियों को आवास
उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार केन्द्र से आग्रह करेगी, यदि केन्द्र से
अनुमति नहीं मिलती है, तो राज्य सरकार अपने बलबूते नये हितग्राहियों को
आवास उपलब्ध कराने के लिए योजना बनाएगी। मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास
कार्यालय में बेरोजगारी भत्ता की तीसरी किश्त तथा प्रधानमंत्री आवास
योजना-ग्रामीण के हितग्राहियों के खाते में राशि के ऑनलाईन अंतरण कार्यक्रम
को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के
युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर उपलब्ध कराना
चाहती है। इस उद्देश्य से जहां शासकीय नौकरियों में बड़ी संख्या में
भर्तियां की जा रही हैं, वहीं युवाओं को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए
बेरोजगारी भत्ता प्रदान किया जा रहा है। इसके साथ ही साथ युवाओं को रोजगार
और स्व-रोजगार के लिए तैयार करने के उद्देश्य से कौशल विकास का प्रशिक्षण
दिया जा रहा है। प्रशिक्षित योजाओं को रोजगार से जोड़ने का काम भी साथ-साथ
चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में बेरोजगारी भत्ता योजना के तहत 1
लाख 16 हजार 737 हितग्राहियों के खाते में तीसरी किश्त के रूप में 31 करोड़
69 लाख 60 हजार रुपए की राशि तथा प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के 49
हजार 157 हितग्राहियों के खाते में 151 करोड़ रूपए की राशि का ऑनलाईन अंतरण
किया। बेरोजगारी भत्ता की अप्रैल माह और जून माह की तीन किश्तों को मिलाकर
हितग्राहियों के खाते में अब तक 80 करोड़ 64 लाख 25 हजार रूपए की राशि का
भुगतान किया जा चुका है। आज अंतरित की गई राशि में अप्रैल माह के शेष 1600
लाभार्थियों को तीन माह तथा मई माह के शेष 6847 लाभार्थियों को दो माह का
बेरोजगारी भत्ता जारी किया गया। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश
पटेल, पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक श्री रामपुकार सिंह, अपर मुख्य सचिव
श्री सुब्रत साहू, कौशल विकास एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ.
आलोक शुक्ला, सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री प्रसन्ना आर., सचिव कौशल
विकास श्रीमती शम्मी आबिदि, संचालक रोजगार एवं प्रशिक्षण श्री अवनीश शरण,
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के संचालक श्री रजत बंसल भी कार्यक्रम में
उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान प्रतीक स्वरूप बेरोजगारी
भत्ता के 25 प्रशिक्षित हितग्राहियों को ऑफर लेटर प्रदान किए। इसी तरह पूरे
प्रदेश में बेरोजगारी भत्ता पाने वाले 738 युवाओं को तथा ऐसे 810 युवा
जिन्हें बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा है, लेकिन जिन्हें कौशल विकास का
प्रशिक्षण मिला है, उन्हें भी जिला स्तर पर ऑफर लेटर प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार से जोड़ने का काम भी
साथ-साथ चल रहा है। प्रदेश में कौशल विकास का प्रशिक्षण प्राप्त 4 हजार से
अधिक युवाओं को तीन माह में स्व-रोजगार और रोजगार से जोड़ा गया है। उन्होंने
बेरोजगारी भत्ता प्राप्त युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुझे खुशी उस
समय होगी, जब बेरोजगारी भत्ता प्राप्त कर रहे युवा रोजगार से जुडे़ंगे।
उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य युवाओं को आर्थिक संबल प्रदान करना
है। मुख्यमंत्री ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप यदि ठान लें
तो कोई भी लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने
13-14 वर्षाें में 98 करोड़ रूपए बेरोजगारी भत्ते के रूप में बांटे थे। हमने
तीन माह में ही 80 करोड़ 64 लाख रूपए की राशि बेरोजगारी भत्ते के रूप में
वितरित की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के
तहत प्रदेश में 11 लाख 76 हजार 147 हितग्राहियों को आवास स्वीकृत किए गए
हैं। जिन्हें पूरा करने के लिए राज्यांश की राशि के रूप में 5117 करोड़ रूपए
जारी कर दिए गए हैं। राज्य सरकार का यह प्रयास है कि सभी बेघरों को पक्के
आवास उपलब्ध हों। उन्होंने बताया कि आज इस योजना के तहत 22 हजार 126
हितग्राहियों को प्रथम किश्त हेतु 55 करोड़ रूपए, 12 हजार 455 हितग्राहियों
को द्वितीय किश्त के रूप में 55 करोड़ रूपए, 7477 हितग्राहियों को तृतीय
किश्त के रूप 31 करोड़ रूपए तथा 7099 हितग्राहियों को चतुर्थ किश्त के रूप
में 10 करोड़ रूपए की राशि जारी की गई है। आवासों की प्रगति के आधार पर आज
49 हजार 157 हितग्राहियों के खाते में कुल 151 करोड़ रूपए की राशि अंतरित की
गई। उन्होंने बताया कि पिछले साढ़े चार वर्ष में इस योजना के अंतर्गत 3 लाख
87 हजार 915 आवास स्वीकृत किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक वर्ष
2011 की जनगणना के आधार पर हितग्राहियों को आवास स्वीकृत किए गए हैं, लेकिन
अभी वर्ष 2023 चल रहा है। 10 साल की अवधि में इस योजना के अनेक नये
हितग्राही जुड़े हैं। राज्य के भ्रमण के दौरान अनेक हितग्राही आवास की मांग
करते है। नये हितग्राहियों को इस योजना से लाभान्वित करने के लिए हमने 01
अप्रैल से आर्थिक सर्वेक्षण कराया है, जिसका डाटा एनालिसिस का काम चल रहा
है। इस सर्वेक्षण के आधार पर राज्य सरकार केन्द्र से इन नये हितग्राहियों
को आवास उपलब्ध कराने का आग्रह करेगी। यदि ऐसा नहीं होता तो छत्तीसगढ़ सरकार
अपने बलबूते पर इन हितग्राहियों को आवास उपलब्ध कराने के लिए योजना
बनाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ आगे
बढ़ रहे हैं। सभी वर्गाें के लिए योजना बना कर उन्हें लाभान्वित किया गया
है। खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री उमेश पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री
भूपेश बघेल की पहल पर शुरू की गई बेरोजगारी भत्ता योजना का उद्देश्य
युवाओं को आर्थिक मदद पहुंचाना है और उन्हें रोजगार से जोड़ना है। ताकि इस
राशि की मदद से युवा अपने पैरों पर खड़े हो सके। अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत
साहू ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण की जानकारी दी। हितग्राहियों को
योजना की राशि उनके खाते में सीधे अंतरित की जाती है। कौशल विकास एवं
तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने बेरोजगारी भत्ता
योजना की प्रगति की विस्तार से जानकारी दी।
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