लोकसभा में अकेले कब्ज़ा करना चाह रही TMC

 

कोलकाता। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और नरेंद्र मोदी का सामना करने के लिए विपक्षी एकता ही दुहाई दी जा रही है। इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कुछ ऐसा कहा है, जिससे विपक्षी एकता को तगड़ा झटका लगा है। ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी TMC अगले लोकसभा चुनावों में अकेले लड़ेगी। बकौल ममता, ‘2024 में, हम तृणमूल और लोगों के बीच एक गठबंधन देखेंगे। हम किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ नहीं जाएंगे। जनता के सहयोग से हम अकेले लड़ेंगे। जो लोग भाजपा को हराना चाहते हैं, मुझे विश्वास है कि वे हमें वोट देंगे।’ समाचार एजेंसी एएनआई ने यह जानकारी दी है। ममता बनर्जी का यह बयान नीतीश कुमार जैसे नेताओं के लिए बड़ा झटका है, जो पिछले दिनों से कह रहे हैं कि यदि सभी दल मिल जाएं, तो भाजपा को 100 सीटें भी नहीं मिलेंगी। विपक्षी एकता में टीएमसी और कांग्रेस की तनातनी सबसे बड़ी बाधा रही। दोनों दलों के नेता एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे हैं। वहीं टीएमसी के बयानों से साफ है कि वह राहुल गांधी को नेता या पीएम पद का उम्मीदवार मानने को राज नहीं है, जबकि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को भविष्य के प्रधानमंत्री के रूप में देख रहे हैं। गुरुवार को सागरदिघी उपचुनावों में कांग्रेस की जीत और त्रिपुरा विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि सीपीआई (एम) या कांग्रेस पार्टी को वोट देने वाले वास्तव में बीजेपी को वोट दे रहे हैं। सागरदिघी उपचुनावों में बाद की जीत के बाद टीएमसी और कांग्रेस के बीच राजनीतिक गतिरोध शुरू हो गया है। दोनों दलों ने एक दूसरे पर भाजपा के हित में काम करने का आरोप लगाया। टीएमसी त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भी अपनी पैठ बनाने में विफल रही क्योंकि वह 1 प्रतिशत से भी कम वोट शेयर हासिल कर पाई।