बेंगलुरू
। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले अचानक भाजपा में बीएस येदियुरप्पा
की पूछ बढ़ गई है। चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों या केंद्रीय
गृहमंत्री अमित शाह, अपनी रैलियों में येदियुरप्पा को खास तवज्जो दे रहे
हैं। इन बातों ने चुनावी राजनीति से संन्यास की घोषणा कर चुके येदियुरप्पा
को भी फिर से केंद्रीय भूमिका में खड़ा कर दिया है। असल में इसके पीछे कई
अहम फैक्टर्स भी हैं। पहली बात तो यह कि येदियुरप्पा ने कर्नाटक में भाजपा
को ग्रासरूट लेवल पर खड़ा किया है। इसके अलावा, कर्नाटक की सियासत में बेहद
प्रभावशाली लिंगायत समुदाय पर येदियुरप्पा की जबर्दस्त पकड़ है। ऐसे में
भाजपा कर्नाटक विधानसभा चुनाव की वैतरणी पार करने के लिए येदियुरप्पा
फैक्टर पर इस कदर जोर दे रही है।
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