भौंरा प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने दिखाया अपना जौहर

 

 दुर्ग और रायपुर संभाग के खिलाड़ियों का रहा दबदबा
रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा और बस्तर संभाग के खिलाड़ियों ने दी अपनी सहभागिता
14 वर्ष से अधिक और 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के महिला और पुरूष प्रतियोगिता आयोजित
रायपुर,

दुर्ग और रायपुर संभाग के खिलाड़ियों का रहा दबदबा

 भौंरा प्रतियोगिता

सरगुजा संभाग ने तृतीय स्थान हासिल किया

 राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में 28 से 30 जनवरी तक आयोजित  राज्यस्तरीय युवा महोत्सव के दूसरे दिन भौंरा प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। ओपन मंच में  आयोजित इस प्रतियोगिता में 14 वर्ष से अधिक  और 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के महिला और पुरूष खिलाड़ियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने अपने खेल का जौहर दिखाया, जिसमें दुर्ग और रायपुर संभाग के खिलांड़यों ने अपना दबदबा कायम रखा।

प्रतियोगिता में 15 से 40 आयु वर्ग (पुरुष) में रायपुर संभाग के बलौदाबाजार जिले के अरूण कुमार ने प्रथम, दुर्ग संभाग के बालोद जिले के मेष ने द्वितीय और बिलासपुर संभाग के सक्ती जिले के यशवंत कुमार पटेल ने तृतीय स्थान हासिल किया। इसी तरह 15 से 40 आयु वर्ग (महिला) में रायपुर संभाग की डिम्पल मारकण्डे ने प्रथम, बिलासपुर संभाग के जांजगीर-चांपा जिले की सत्यभामा जायसवाल ने द्वितीय और सरगुजा संभाग के सूरजपुर जिले की चांदनी राजवाड़े ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी कड़ी में 40 से अधिक आयु वर्ग (पुरुष) में दुर्ग संभाग के बालोद जिले के योगेन्द्र कुमार साहू ने पहला, बिलासपुर संभाग के सक्ती जिले के पात्रिक एक्का ने दूसरा और रायपुर संभाग के भुनेश्वर खरसे ने तीसरा स्थान हासिल किया। इसी तरह 40 से अधिक आयु वर्ग (महिला) में रायपुर संभाग के गरियाबंद जिले की रिजवाना बानो ने प्रथम, बिलासपुर संभाग के रायगढ़ जिले की शोभावती बारीक ने द्वितीय और दुर्ग संभाग के कबीरधाम जिले की सीमारानी साहू ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

इस अवसर पर रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा और बस्तर संभाग के खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़ कर अपनी सहभागिता निभाई। सभी खिलाड़ियों ने अपने उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन किया और दर्शकों की तालियां बटोरी। प्रतियोगिता में आए सभी संभाग के खिलाड़ियों ने छत्तीसगढ़ सरकार को छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने और उन्हें संरक्षित रखने के लिए किए गए ऐसे भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित कर अपना आभार व्यक्त किया। निर्णायक मंडल में सर्वश्री शिवराम चंद्राकर, परमेश्वर कोसे और शैलेन्द्र वर्मा शामिल थे। प्रतियोगिता में आयोजकों ने निर्णायकगणों को मोमेण्टो देकर सम्मानित किया।