साबित करें कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ की एक भी घटना झूठी थी तो फिल्म बनाना छोड़ दूंगा: अग्निहोत्री

 

 मुंबई. ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने मंगलवार को कहा कि अगर इजराइली फिल्मकार नदव लापिद समेत विद्वान लोग यह साबित कर दें कि फिल्म में दिखाई गयी घटनाएं गलत हैं तो वह फिल्म बनाना छोड़ देंगे. गोवा में आयोजित 53वें भारत अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) में जूरी प्रमुख रहे इजÞराइली फिल्मकार नदव लापिद ने हिंदी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को सोमवार को ‘दुष्प्रचार करने वाली‘ और ‘भद्दी’ फिल्म बताया था. एक दिन बाद अग्निहोत्री ने अपने विरोधियों को चुनौती देते हुए कहा कि वह लड़ते रहेंगे. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर वीडियो के माध्यम से जारी बयान में कहा, ‘‘मैं दुनिया के विद्वानों और ‘शहरी नक्सलियों’ के साथ ही इजराइल से आये महान फिल्मकार को चुनौती देता हूं कि वे यदि साबित कर देंगे कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ का एक भी दृश्य, संवाद या घटनाक्रम पूरी तरह सच नहीं है तो मैं फिल्म बनाना छोड़ दूंगा. मैं झुकने वाला नहीं हूं. आप जितने फतवे चाहें, जारी करें, लेकिन मैं लड़ता रहूंगा.’’ इफ्फी के समापन समारोह में लापिद के बयान को ‘सत्ता विरोधी’ आवाज के तौर पर भी पेश किया जा रहा है. अग्निहोत्री ने मंगलवार को सुबह एक व्यंग्यात्मक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था, ‘‘सच सबसे खतरनाक चीज है’’ क्योंकि यह लोगों से झूठ बुलवा सकता है. शाम को उन्होंने अपने वीडियो में कहा कि ‘‘भारत को बांटने की इच्छा रखने वाले गिरोहों द्वारा हमले उनके लिए कोई नयी बात नहीं है.’’