प्रकृति की खूबसूरती सैलानियों को खींच ले जाती है रमदहा जलप्रपात तक!

 अंबिकापुर। साल के घने जंगलों, नदी नालों से आच्छादित उत्तर छत्तीसगढ़ का रमदहा जलप्रपात भी पिछले कुछ वर्षों से सैलानियों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन गया है। यहां सुविधाओं का विस्तार तो नहीं हुआ है लेकिन यहां की खूबसूरती छत्तीसगढ़ के अलावा पड़ोसी प्रांत मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती शहरों से लोगों को अपनी ओर खींच लाती हैं। प्रकृति ने रमदहा जलप्रपात और उसके आसपास के क्षेत्र को इस तरह सजाया और संवारा है कि पहली नजर में ही यह सैलानियों को भा जाता है। कई फीट की ऊंचाई से बनास नदी का गिरता पानी तथा आसपास घने जंगल इसकी सुंदरता को और बढ़ाते हैं। यही कारण है कि अवकाश के दिनों में बड़ी संख्या में लोग परिवार सहित यहां प्रकृति का आनंद उठाने पहुंचते हैं।रमदहा जलप्रपात, बनास नदी पर एक बहुत ही सुंदर झरना है।यह कोरिया जिले के भरतपुर जनपद पंचायत मुख्यालय जनकपुर से लगभग 35 किमी की दूरी पर स्थित है।कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर से 110 किमी और मनेन्द्रगढ़ से 70 किलोमीटर दूर स्थित रमदहा जलप्रपात तक पहुंचने के लिए सड़क अच्छी है। सिर्फ दो-तीन किलोमीटर सड़क को छोड़ दे तो यहां आसानी से सैलानियों का वाहन पहुंच जाता है।