शिवसेना के 15 बागी विधायकों को वाई+ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की केंद्र सरकार ने

 

 मुंबई. महाराष्ट्र में हुए विधान परिषद चुनाव के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में आई अस्थिरता थमने का नाम नहीं ले रही है. शिवसेना के भीतर ही दो गुट चुके हैं, जिनके बीच चल रही खींचतान जारी है. एक तरफ कुछ विधायक शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को अपना नेता मान रहे हैं तो वहीं कुछ पार्टी नेता सीएम उद्धव ठाकरे को पार्टी का नेता मान रहे हैं. एक तरफ शिंदे गुवाहटी में बैठकर अपनी ताकत दिखा कर विधायक दल का नेता चुने जाने की बात कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ अब बागी विधायकों को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे के तेवर भी सख्त होते दिख रहे हैं. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कई बागी विधायकों की सदस्यता खत्म करने की सिफारिश की है.