चीन ने रूसी-सहयोगी सर्बिया को भेजीं खतरनाक मिसाइलें, यूक्रेन युद्ध के बीच क्या है ड्रैगन की चाल?

 


बीजिंग, चीन ने हाल ही में अपने विशालकाय Y-20 कार्गो विमानों में से आधा दर्जन को रूसी-सहयोगी सर्बिया को कथित तौर पर एक एडवांस मिसाइल सिस्टम डिलीवर करने के लिए भेजा है। इसे चीनी वायु सेना द्वारा सबसे बड़ा विदेशी ऑपरेशन बताया जा रहा है। 

रिपोर्टों में कहा गया है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की वायु सेना के लिए यूरोप में बड़ी संख्या में ट्रांसपोर्ट विमान तैनात करना बेहद दुर्लभ मामला है। चीनी सरकार ने अभी तक मिशन की पुष्टि नहीं की है, लेकिन एक सरकारी मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यह मिशन FK-3 की डिलीवरी के लिए हो सकता है। बता दें कि FK-3 चीनी HQ-22 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल सिस्टम का एक्सपोर्ट वर्जन है।

चीन के द्वारा कथिततौर पर मिसाइल सिस्टम की ये डिलीवरी ऐसे समय में हुई है जब यूक्रेन पर चल रहे रूसी आक्रमण और बाल्कन क्षेत्र में हथियारों के निर्माण पर पश्चिमी देशों ने चिंताएं व्यक्त की हैं। इसके अलावा सर्बिया में Y-20 बेड़े की तैनाती को यूक्रेन में उथल-पुथल के बीच चीन की रणनीतिक पहुंच के रूप में भी देखा जा रहा है जोकि रूस का एक कट्टर सहयोगी है और उसने कीव पर मास्को के आक्रमण की आलोचना करने से इनकार कर दिया है।

सर्बिया और चीन के बीच गहरे संबंध हैं और सर्बिया ने 2019 में चीन से FK-3 खरीदा था। चीन का अघोषित मिशन राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा अलेक्जेंडर वूसिक को बधाई देने के कुछ दिनों बाद आया है, जो इस महीने की शुरुआत में फिर से सर्बियाई राष्ट्रपति चुने गए थे। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी सबसे पहले वूसिक को बधाई देने वालों में से थे, जिन्होंने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में मास्को के साथ खुले तौर पर पक्ष लिया है।

कॉमर्शियल फ्लाइट ट्रैकर्स का हवाला देते हुए, अमेरिकी समाचार वेबसाइट thedrive.com ने बताया कि छह Y-20 विमानों को पहले शुक्रवार देर रात तुर्की के हवाई क्षेत्र में पश्चिम की ओर जाते हुए देखा गया था, और बाद में स्थानीय निवासियों ने Y-20s की तस्वीरें लीं, जो कथित तौर पर बेलग्रेड में निकोला टेस्ला हवाई अड्डा पर उतरे थे। 

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक रिपोर्ट में कहा, "सर्बिया के लिए Y-20s का मिशन अज्ञात बना हुआ है। लेकिन इस बीच thedrive.com ने अनुमान लगाया है कि ये विमान FK-3 (चीनी HQ-22 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली का एक्सपोर्ट वर्जन) सर्बिया को डिलीवर कर सकते हैं।"

विश्लेषकों ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि भेजा जाने वाला सामान बेहद बड़ा और भारी होगा इसीलिए छह Y-20s की आवश्यकता पड़ी होगी। 

एक चीनी सैन्य विमानन विशेषज्ञ फू कियानशाओ ने द ग्लोबल टाइम्स को को बताया कि यह एक नया रिकॉर्ड है कि एक विदेशी मिशन में छह वाई-20 शामिल हैं, और यह बहुत दुर्लभ भी है कि एक ही समय में इतने सारे वाई-20 तैनात किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा, "मिशन पीएलए वायु सेना की लंबी दूरी की रणनीतिक परिवहन क्षमताओं के साथ-साथ अंतरमहाद्वीपीय उड़ानों में बड़े ट्रांसपोर्ट विमान के लॉजिस्टिक सपोर्ट और रखरखाव क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण सुधार को दर्शाता है।"

एसोसिएटेड प्रेस का हवाला देते हुए द वारजोन ऑनलाइन पत्रिका ने लिखा, "वाई-20 की उपस्थिति ने चौंकाया है क्योंकि उन्होंने एक-एक करके उड़ानों भरने के बजाय सामूहिक रूप से उड़ान भरी। यूरोप में Y-20 की उपस्थिति किसी भी संख्या में अभी भी एक नया घटनाक्रम है।"