छत्तीसगढ़ की महिला खिलाडि़यों ने सीएससीएस पर लगाए प्रताड़ना के आरोप

 

रायपुर। छत्तीसगढ़ की महिला सीनियर खिलाडि़यों ने छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ (सीएससीएस) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। खिलाडि़यों का कहना है कि यहां जब भी कोई अपनी बात उठाता है तो उसे मानसिक प्रताड़ना उठानी पड़ती है। महिला खिलाडि़यों ने पत्र के माध्यम से इसकी शिकायत सीएससीएस को दी है। वहीं सीएससीएस के पदाधिकारियों का कहना है कि उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है।

जारी पत्र में यह

पत्र में उल्लेख किया गया है कि चयन उन खिलाडि़यों का होता है जो खिलाड़ी चयनकर्ताओं के एकेडमी में अभ्यास करते हैं। रायपुर जिला क्रिकेट ग्राउंड में लड़के अभ्यास करते हैं। महिला खिलाडि़यों को ग्राउंड आने से मना किया जाता है। प्रदेश में खिलाडि़यों की कमी नहीं है, इसके बाद भी गेस्ट यानी दूसरे राज्य के खिलाडि़याें को छत्तीसगढ़ की सीनियर टीम से खेलने का मौका दिया जाता है। स्थानीय और अच्छे खिलाडि़यों को मौका नहीं दिया जाता है। राज्य में ट्रेनर और फिजियो होने के बाद भी बाहर से बुलाया जाता है। 

कोच के कैरेक्टर पर उंगली उठाने का दबाव

पत्र में बताया गया है कि वष्र 2021-22 का सेसन बेहद तनाव भरा रहा है। इस तरह के गंदे महौल में कोई नहीं खेला था। महिला टीम का सपोटिंग स्टाफ ट्रेनर और फिजियो ने मिलकर सारी महिला खिलाडि़यों पर यह दबाव बनाया गया कि सभी महिला खिलाड़ी कोच के कैरेक्टर पर उंगली उठाकर उन्हें टीम से बाहर किया जाए। जिससे वह अपने पसंद की कोच को ला सकें। जो उनके हिसाब से खिलाडि़यों का चयन करे। जब खिलाडि़यों ने ऐसा नहीं किया तो ट्रेनर और फिजियो ने मिलकर पूरे टीम के खिलाडि़यों को एक दूसरे खिलाफ भिड़काना शुरू कर दिया। और जो खिलाड़ी फिट थे उन्हें अनफिट कर दिया गया। 

 शिकायत पर नहीं होती सुनवाई, मिलती है धमकी

शिकायत पत्र में कहा गया है कि लगातार प्रताणना के बाद खिलाडि़यों ने जाइंट सेक्रेटरी जीएस मूर्ती को पत्र लिखकर शिकायत की। इस पर मूर्ती ने जवाब दिया कि तुम सब कुछ नहीं कर सकते हो। इस पर मूर्ती से पूछा गया तो उनका कहना है कि मीडिया प्रभारी इसका जवाब देंगे।

टीम में नहीं लेंगे कर दो शादी

अगर किसी खिलाड़ी के स्वजन सलेक्शन न होने की वजह पूछते हैं तो उन्हें उल्टा जबाव दिया जाता है। उनसे कहा जाता है कि आप की बेटी कितना भी अच्छा कर ले उसे टीम में नहीं लिया जाएगा। उन्हें कहा जाता है कि काम में भेज दो या फिर शादी करवा दो। 

जिम्मेदार क्या कहते हैं

छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ के मीडिया प्रभारी राजेश दवे ने कहा कि उनके पास कोई भी पत्र नहीं मिला है। खिलाडि़यों ने क्या आरोप लगाए हैं इसकी जानकारी नहीं है। कुछ लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं।

कांग्रेस स्‍पोटर्स सेल के अध्यक्ष ने खोला मोर्चा

कांग्रेस स्‍पोटर्स सेल के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने महिला खिलाडि़यों का पत्र मिलने के बाद मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि खिलाडि़यों को प्रताडि़त किया जा रहा। सीएससीएस में लगातार मनमानी चल रही। राज्य के खिलाडि़यों को मौका नहीं मिल रहा। शिकायत करने वाले खिलाडि़यों को बाहर कर दिया जाता है।