नवरात्र व्रत के दौरान व्रती लोग खाने में सफेद नमक खाने से परहेज करते हैं। सफेद नमक के विकल्प के तौर पर सेंधा नमक का सेवन किया जाता है। पर क्या आप जानते हैं सेंधा नमक का सेवन सिर्फ व्रत का फलाहार बनाने के लिए ही नहीं बल्कि सेहत से जुड़े कई लाभ उठाने के लिए भी किया जा सकता है। जी हां, सेंधा नमक हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। सेंधा नमक को पहाड़ी नमक या लाहौरी नमक भी कहा जाता है। हल्के गुलाबी रंग का यह नमक स्वाद में कम खारा होता है और आयोडीन फ्री होता है। सेंधा नमक व्यक्ति को स्वस्थ रखने में मदद तो करता है। बावजूद इसके सेंधा नमक को किसी भी बीमारी का इलाज समझना उचित नहीं है। बहरहाल, यह बीमारी के लक्षणों को कुछ कम करने में मदद जरूर कर सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कैसे सेंधा नमक का सेवन करने से सेहत को मिल सकते हैं क्या लाभ।   सेंधा नमक के फायदे – ब्लडप्रेशर करे कंट्रोल- सेंधा नमक की मदद से हाई ब्लडप्रेशर की समस्या को कंट्रोल करने में काफी मदद मिल सकती है। इसके अलावा यह कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में मदद करता है, जिससे हार्ट अटैक जैसे रोग का खतरा कम हो जाता है।  स्ट्रेस कम करने में करता है मदद- सेंधा नमक का सेवन करने से स्ट्रेस को कम किया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सेंधा नमक सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन्स का बैलेंस बनाएं रखता है जो तनाव से लड़ने में मदद करते हैं। मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या को कम करें-  सेंधा नमक मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन की समस्या के साथ ज्वाइंट्स पेन को भी कम करने में मदद करता है। दरअसल, शरीर में मांसपेशियों व नर्वस सिस्टम के सही तरीके से काम करने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स की जरूरत होती है। लेकिन जब ये इलेक्ट्रोलाइट्स असंतुलित हो जाते हैं तो मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या हो सकती है। ऐसे में सेंधा नमक के इस्तेमाल से इलेक्ट्रोलाइट्स के स्तर को संतुलित किया जा सकता है। पाचन समस्याओं को दूर करता है सेंधा नमक- सेंधा नमक खनिज और विटामिन्स से भरा होता है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसके सेवन से पाचन से जुड़ी समस्याएं जैसे- बदहजमी, कब्ज, सीने में जलन, खट्टी डकार व गैस से भी राहत मिलती है। गले में खराश-  सेंधा नमक में मौजूद डिकंजेस्टेंट गुण गले में फंसे बैक्टीरिया युक्त बलगम को पतला कर उसे शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह खांसी की समस्या से भी राहत दिलाने में मदद करते हैं। गले में खराश की समस्या दूर करने के लिए सेंधा नमक वाले गुनगुने पानी से गरारे करने से लाभ मिलता है।   वेट लॉस में भी फायदेमंद सेंधा नमक - सेंधा नमक भूख को कुछ समय के लिए कम करके फैट बर्न करने में मदद कर सकता है। हालांकि, इसकी खाने में इसकी कितनी मात्रा लेनी चाहिए, इसके लिए डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। सिरदर्द और माइग्रेन में सेंधा नमक के फायदे आयुर्वेद में सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या दूर करने के लिए हिमालयन साल्ट इस्तेमाल करने की सिफारिश की गई है। 

 


 गर्मियां शुरू होते ही लोग खुद को हाइड्रेट करने के लिए कभी नींबू पानी तो कभी लस्सी और छाछ जैसी चीजों का सहारा लेते हैं। डॉक्टर भी इस मौसम में लू ,उमस से बचने के अलावा शरीर में पानी के संतुलन को बनाए रखने के लिए तरल पदार्थ का सेवन करने की सलाह देते हैं। अगर आप भी चिलचिलाती गर्मी के साइड इफेक्ट्स से बचना चाहते हैं तो ट्राई करें साउथ इंडियन नीर मोर रेसिपी। दरअसल, नीर मोर एक मसालेदार छाछ है जिसे बनाने के लिए कई तरह के मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। यकीन मानिए एक बार यह रेसिपी ट्राई करने के बाद आप लस्सी और छाछ बनाना भूल जाएंगे। 

साउथ इंडियन नीर मोर ड्रिंक बनाने की विधि-
साउथ इंडियन नीर मोर ड्रिंक बनाने के लिए सबसे पहले अदरक, धनिया और जीरे को कूटकर अलग रख लें। अब इस कूटे हुए मिश्रण में दही मिलाकर अच्छी तरह फेंट ले। अब  इस मिश्रण में पानी और नमक मिलाएं। ध्यान रखें, नीर मोर बनाने के लिए पानी की मात्रा इतनी रखें की दही छाछ की तरह पतला हो जाए। अब नीर मोर में तड़का लगाने के लिए एक पैन में तेल गर्म करके उसमें राई, एक चुटकी हींग और कढ़ी पत्ता डालें। दही में ये तड़का लगाने के बाद इसे कुछ देर ठंडा होने के लिए फ्रिज में रख दें। सर्व करने से पहले इसे शेक कर लें।