शिविर में बीएसएफ कर्मी ने की गोलीबारी, पांच जवानों की मौत

 

अमृतसर. पंजाब के सीमावर्ती शहर अमृतसर में स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के शिविर में एक जवान ने रविवार को कथित रूप से गोलीबारी कर दी, जिससे इसमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गयी तथा एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया. इस दौरान गोलीबारी करने वाले कर्मी की भी मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना सुबह साढ़े नौ से पौने 10 बजे के बीच उस समय हुई, जब कांस्टेबल सतेप्पा एस. के. ने अपनी र्सिवस राइफल से कथित रूप से गोलीबारी कर दी और इस दौरान आरोपी सतेप्पा की भी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि यह घटना भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अटारी-वाघा सीमा चौकी से करीब 12-13 किलोमीटर दूर खासा इलाके में 144वीं बटालियन के परिसर में हुई.

अधिकारियों ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल सतेप्पा कर्नाटक का रहने वाला था. उन्होंने बताया कि वह अपने ड्यूटी के समय को लेकर परेशान था और उसने परिसर में खड़े सेकेंड-इन-कमान रैंक के अधिकारी के वाहन पर भी गोलियां चलाईं. बहरहाल, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आरोपी ने स्वयं को गोली मारी या वह किसी अन्य की गोलीबारी में मारा गया.

इस बारे में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘संभवत: टकराकर लौटी कोई गोली लगने से आरोपी की मौत हुई हो. अभी यह स्पष्ट नहीं है.’’ वहीं, बीएसएफ महानिरीक्षक (पंजाब) के रूप में पिछले सप्ताह कार्यभार संभालने वाले आसिफ जलाल ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान इस बात से इनकार किया कि आरोपी और जान गंवाने वाले अन्य र्किमयों के बीच कोई शत्रुता थी या ड्यूटी संबंधी कोई समस्या थी. महानिरीक्षक ने कहा कि पुलिस और उनका बल मामले की जांच कर रहा है. सतेप्पा ने बीती रात बताया था कि वह ठीक महसूस नहीं कर रहा और उसे पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

एक अधिकारी ने बताया, ‘‘आज सुबह उसने चिकित्सकों को बताया कि वह अब ठीक महसूस कर रहा है और इसलिये अस्पताल से छुट्टी दे दी जानी चाहिये. शिविर में प्रवेश करने के बाद उसने अपनी बंदूक उठायी अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी.’’ सीमा सुरक्षा बल के प्रवक्ता ने बताया कि इस दुर्भाग्यपूण घटना में तथ्यों का पता लगाने के लिये मामले में ‘कोर्ट आॅफ इन्क्वायरी’ का आदेश दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस घटना में पांच बीएसएफ र्किमयों की मौत हो गई.

उन्होंने बताया कि मरने वालों में कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल स्तर के कर्मी शामिल हैं. अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी में घायल हुए छठे जवान की स्थिति गंभीर है और अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है. उन्होंने कहा कि घायल को बचाने के लिये हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि वह सतेप्पा के परिजनों से बातचीत कर यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि कहीं इसमें कोई पारिवारिक मामला तो नहीं है.

अमृतसर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (देहात) दीपक हिलोरी ने बताया कि मरने वाले जवानों की पहचान कांस्टेबल सतेप्पा एस के (कर्नाटक), हेड कांस्टेबल राम बिनोद (बिहार), हेड कांस्टेबल टोरस्कर डी एस (महाराष्ट्र), हेड कांस्टेबल रतन ंिसह (जम्मू-कश्मीर) और हेड कांस्टेबल बलंिजदर कुमार (हरियाणा) के रूप में की गयी है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बीएसएफ कमांडेंट एस के शर्मा के पुलिस में दिये गये बयान के आधार पर आरोपी सतेप्पा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. आरोपी कांस्टेबल सतेप्पा की मौत के बारे में पूछे जाने पर पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब सतेप्पा अपने साथियों पर गोली चला रहा था उसी दौरान उसे भी एक गोली लगी. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वह अपनी ही गोली से मारा गया या किसी और की चलाई गोली उसे लगी. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम और फोरेंसिक विशेषज्ञों की रिपोर्ट के बाद और तथ्य सामने आने की उम्मीद है. अधिकारियों ने बताया कि घटना के तुरंत बाद बीएसएफ और पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे.