गंगरेल बांध से छोड़ा गया है पानी, बिरगांव के लोगों को गंदे पानी से मिलेगा छुटकारा

 

रायपुर । बिरगांव की जनता को शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है। आए दिन गंदे पानी की सप्लाई की जाती है। मंगलवार की सुबह गंदे पानी की सप्लाई हुई। बिरगांव की जनता को नगर निगम शुद्ध पानी पीला सके, इसके लिए शासन-प्रशासन से गंगरेल बांध से पानी छोड़ने की मांग की गई थी।

100 क्यूसेक छोड़ा गया पानी

गंगरेल बांध से 100 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। एक दो-दिन में पानी बेंद्री एनीकट पर पहुंचेगा। उसके बाद शुद्ध पानी मिलने लगेगा। बिरगांव निगम के अधिकारी का कहना है कि खारुन नदी में पानी का बहाव नहीं है, इसलिए एनीकट में गंदा पानी जमा हो गया है। गंगरेल से पानी पहुंचेगा तो नदी में जमी गंदगी बह जाएगी। इसके बाद बिरगांव की जनता को जल्द ही शुद्ध पानी मिलने लगेगा। 

40 वार्डों में 25 में नल से पानी सप्लाई 

ज्ञात हो कि बिरगांव नगर निगम अंतर्गत आने वाले 40 वार्डों में कुल एक लाख 20 हजार आबादी निवासरत हैं। वर्तमान में बिरगांव निगम के 25 वार्डों में पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया है। बाकी के 15 वार्डों में पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। जिन वार्डों में पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा नहीं हुआ है, वहां की जनता टैंकर या फिर बोर के पानी से जीवन यापन कर रही है। बिरगांव में फरवरी माह से ही पानी की किल्लत शुरू हो जाती है।

फिल्टर प्लांट नहीं साफ कर पा रहा पानी

निगम के अधिकारी ने बताया कि बेंद्री स्थित इंटेकवेल से रोज 10 एमएलडी पानी (100 लाख लीटर) की सप्लाई होती है। प्रदूषित पानी होने की वजह से रोजाना लाखों लीटर पानी फिल्टर प्लांट की सफाई में बर्बाद हो जाता है। बिरगांव में संचालित कंपनियों और गुढ़ियारी का प्रदूषित पानी नाले से होकर सीधे इंटेकवेल में आकर गिरता है, जिससे इंटेकवेल का पानी गंदा हो जाता है। 

शासन से की गई थी मांग

नाले के पानी को साफ करने में काफी दिक्कत आ रही है। पार्षदों के साथ इंटकबेल का निरीक्षण्ा किया गया था। गंगरेल से पानी छोड़ने की मांग श्ाासन से की गई है। पानी आने के बाद श्ाुद्ध पानी की आपूर्ति श्ाुरू हो जाएगी।

-नंदलाल देवांगन, महापौर, बिरगांव