सौर उर्जा से बुझेगी एक लाख 32 हजार ग्रामीण परिवारों की प्यास

  


रायपुर  । बीते दिनों कोयले की कमी के कारण सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की ओर कदम उठाने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रयास में शहरीय क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण इलाके आगे हैं। ग्रामीण इलाकों में जल प्रदाय के लिए जल जीवन मिशन के तहत 52 गावों की 91 रहवासी क्षेत्रों के 1 लाख लोगों के लिए पेय जल उपलब्ध कराने का कम तकरीबन पूरा हो चुका है। सोलर पंप स्थापना और पाइपलाइन के माध्यम से व्यवस्था घरेलु कनेक्शन भी दिया जा चुका है। इसके अलावा क्रेडा द्वारा 10 गावों में सोलर पम्प लगाया जा चुका है।

साथ ही 24 गावों में सोलर पम्प अभी लगाए जा रहे हैं। इससे 32 हजार लोगों के घर तक पानी पहुंचेगा। अभी 57 सोलर पम्प स्थापना कार्य अभी चल रहा है। वर्ष 2021-22 में जिन गावों में पेयजल समस्या आती है वहां 120 नलकूप खनन की स्वीकृति दी गई है। वर्ष 2024-22 में पेयजल संकट नगरीय निकायों में सर्वे करके 15 बस्तियों में नलकूप खनन कर सोलर पंप लगाने की योजना बनाई गई है।

खेतों में सिंचाई भी सोलर पंप से
इससे पहले भी खेतों में सिंचाई के लिए भी बीते साल किसानों में सोलर पंप खुद से लगवानें में बेहद रुची दिखाई है। इसके लिए सिंचाई विभाग के पास 19 हजार से ज्यादा किसानों के प्रकरण पहुंचे। शासन के द्वारा संचालित सब्‍सिडी की योजनों द्वारा सोलर पंप स्थापित किए गए हैं।
ग्रांवों में सौर ऊर्जा से उजाला
जिले के साढे 500 गावों में से दो दर्जन में सड़कों और तालाबों के आसपास सौर ऊर्जा से प्रकाश देने वाली स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। इससे बिजली तो बचेगी साथ ही सौर ऊर्जा का सही उपयोग हो पाएगा।