विधायकों के बाद अब संगठन को अपने पाले में करने जुटे मुख्यमंत्री बघेल

 


रायपुर,  छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल के फार्मूले के बीच प्रदेश कार्यसमिति की बैठक गुरुवार को होगी। प्रदेश के करीब 52 विधायकों के समर्थन के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब संगठन को भी अपने पाले में करने की मुहिम में जुट गए हैं। बघेल खेमे की कोशिश है कि प्रदेश कार्यसमिति में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए राहुल गांधी का नाम सर्वसम्मति से पास किया जाए। ऐसा करवाकर मुख्यमंत्री बघेल अपनी संगठन में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने की जुगत में हैं।

दरअसल, इस प्रस्ताव को कांग्रेस वर्किंग कमेटी में रखा जाएगा। सीडब्ल्यूसी की बैठक 16 अक्टूबर को दिल्ली में होगी। सीएम बघेल सीडब्ल्यूसी के सदस्य हैं। ऐसे में उनकी तरफ से ही राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा जाएगा। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने के लिए प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया बुधवार शाम को रायपुर पहुंचे।

पुनिया ने पार्टी पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन किया। बताया जा रहा है कि इस चर्चा में राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव मुख्य है। राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर दो गुट तैयार हो गए हैं। कांग्रेस के पुराने नेताओं का राहुल गांधी को समर्थन है, वहीं राष्ट्रीय स्तर पर दखल रखने वाले युवा नेताओं की टीम इस समय प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ है।

कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री बघेल को भी प्रियंका गांधी के कारण ही लगातार समर्थन मिल रहा है। कांग्रेस विधायकों के दिल्ली दौरे के बीच जब राहुल गांधी ने भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव से चर्चा की थी, उस दौरान प्रियंका ने बघेल के पक्ष में हस्तक्षेप किया था, जिसके बाद ही सीएम को लेकर चल रहा विवाद कुछ दिनों के लिए शांत हो गया था।

सिंहदेव को अभी तक नहीं किया आमंत्रित

चर्चा है कि मंत्री सिंहदेव विधायकों का गुट बनाकर शक्ति प्रदर्शन की जगह राहुल गांधी के वादे पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सिंहदेव को अभी तक आमंत्रित नहीं किया गया है। सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश प्रभारी पुनिया के आने की सूचना मिली है, लेकिन राजीव भवन में होने वाली बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया है।