छह माह में कोयले तीन गुना महंगा, बिजली ने भी बढ़ाई परेशानी, बंद होने की कगार पर उद्योग


 रायपुर :
बीते छह माह में कोयला तीन गुना महंगा हो गया है। साथ ही उद्योगपतियों को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध भी नहीं हो रहा है। महंगे कोयले व महंगी बिजली को लेकर इन दिनों उद्योगपति काफी परेशान है। अपनी समस्याओं को लेकर छत्तीसगढ़ स्टील रि-रोलर्स एसोसिएशन ने वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ से मुलाकात की।

एसोसिएशन ने अपनी समस्याओं को लेकर उन्हें ज्ञापन भी सौंपा। एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने बताया कि इन दिनों सबसे बड़ी समस्या के रूप में कोयले की अनुपलब्धता के साथ ही उसका तीन गुना दाम बढ़ना है। बाजार से आयातित कोयला वर्तमान में 18 हजार रुपये प्रति टन खरीदना पड़ रहा है। छह माह पहले इसकी कीमत छह हजार रुपये प्रति टन थी।

उन्होंने कहा कि उनके एसोसिएशन को कोल इंडिया लिमिटेड से लिंकेज दिया जाए। उन्होंने बताया कि बिजली की दरें अभी रोलिंग मिलों के लिए आठ से 10 रुपये प्रति यूनिट है। रोलिंग मिलों की बिजली दरों को दो से तीन रुपये प्रति यूनिट कम किया जाए। इसके साथ ही भिलाई स्टील प्लांट से कच्चा माल उपलब्ध होना चाहिए। मुलाकात के दौरान एसोसिएशन के उपाध्यक्ष संजय त्रिपाठी जी एवं कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल उपस्थित थे।

आठ रोलिंग मिले हो चुकी हैं बंद

एसोसिएशन से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक आठ रोलिंग मिल बंद हो चुकी हैं और 180 से अधिक पर खतरा मंडरा रहा है। उद्योगपतियों का कहना भी है कि दीपावली तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो रोलिंग मिल स्वयं ही बंद होनी शुरू हो जाएंगी।