रायपुर : छत्तीसगढ़ के तीन राजकीय विश्वविद्यालयों में करीब 258 करोड़ के आडिट आपत्ति की जांच अब तक अधूरी है। इसके लिए कई बार पत्र व्यवहार हुए लेकिन जांच प्रक्रिया अब तक पूरी ही नहीं की जा की है। मिली जानकारी के मुताबिक, राजभवन के सभागार में 2017 में हुए 25वीं विश्वविद्यालय समन्वय समिति बैठक हुई थी।
इसमें विश्वविद्यालयों की आडिट में करोड़ों की अनियमितता की बात सामने आई थी। जानकारी के मुताबिक पंडित रविशंकर शुक्ल विवि में 225 करोड़, बस्तर विवि में 25 करोड़ और पंडित सुंदरलाल शर्मा विवि में करीब आठ करोड़ रुपये आडिट गड़बड़ी सामने आई थी। इन आपत्तियों का तीन महीने के भीतर निराकरण के लिए राजभवन द्वारा विश्वविद्यालयों को पत्र भेजा गया था।
मगर, विश्वविद्यालयों द्वारा इसकी जांच अब तक अधूरी ही है। लंबे समय से जांच ना होने विश्वविद्यालयों में बड़े भ्रष्टाचार की आशंका सामने आ रही। इधर रविवि के कर्मचारी संघ ने भी वाहन भत्ता में कटौती समेत अन्य मांगों के निराकरण ना होने की स्थिति में अनियमितता को लेकर राज्यपाल से मिलकर शिकायत की बात कही है।
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