पर्वाधिराज पर्यूषण आज से

 


 रायपुर  : विवेकानंद नगर स्थित श्री ज्ञानवल्लभ उपाश्रय में शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ पर्वाधिराज पर्यूषण का स्वागत किया जाएगा। आठ दिवसीय इस महापर्व के दौरान समाजजन बस्तर प्रहरी साध्वी राजेश श्रीजी महाराज साहब आदि ठाणा की पावन निश्रा में अपनी आत्मा की मुक्ति के निमित्त तरह-तरह की तपस्याएं और साधना-अनुष्ठान करेंगे।

चातुर्मास समिति के अध्यक्ष पुखराज मुणोत, श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक समाज, विवेकानंद नगर के अध्यक्ष श्यामसुंदर बैदमुथा और चातुर्मास समिति के महासचिव सुरेश बरड़िया ने बताया कि शुक्रवार को पर्यूषण की शुरुआत के साथ मोक्ष तप भी शुरू हो जाएगा। इसके अंतर्गत पहले सात दिन एकासना होगा और संवत्सरी अर्थात पर्व के आठवें व आखिरी दिन तपस्वियों का पूर्ण उपवास रहेगा। सातों दिन एकासने की व्यवस्था श्रीसंघ द्वारा श्री रत्नप्रभ सूरि सदन में की जाएगी। 

तपस्वियों का पारणा 11 को और सामूहिक क्षमापना 12 को

चातुर्मास समिति के प्रचार-प्रसार प्रभारी चंद्रप्रकाश ललवानी ने बताया कि 10 सितंबर को संवत्सरी मनाई जाएगी। इस मौके पर सुबह धर्म सभा में महाराज साहब द्वारा बारसा सूत्र का वाचन किया जाएगा। शाम को प्रतिक्रमण होगा। वहीं, 12 सितंबर को श्री ज्ञान वल्लभ उपाश्रय में सामूहिक क्षमापना का कार्यक्रम संयुक्त रूप से होगा।

जीवन में जो पाया है, वही अमूल्य धन है: संत हेमंतमुनि

आचार्यश्री रामलाल म.सा. के आज्ञानुवर्ती शासनदीपक संत हेमंतमुनि ने धर्मसभा में कहा, मानव को यह जानना चाहिए कि जीवन में जो पाया है, वहीं अमूल्य धन है। जो नहीं जान पा रहा है, वह उसकी नादानी है। भगवान महावीर से गौतम स्वामी ने पूछा, स्वाध्याय से क्या लाभ है। प्रभु ने बताया कि स्वाध्याय से ज्ञानावर्णीय कर्मों का क्षय होता है, जैसे-जैसे स्वाध्याय की अनुभूति होगी, उसे जीवन में आनंद आएगा।

उसके अंदर ज्ञान का दीपक जल उठेगा। इससे उसे परम सुख की अनुभूति होगी। संघ के महामंत्री संतोष खटोर ने बताया, गुरुवार को बबीता सेठिया ने 29, आशीष चोपड़ा ने 20 चंपालाल गुंडेचा ने सात और निर्मला बेगानी सात उपवास का संकल्प लिया।