लगातार हो रही बारिश से तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस गिरा

 

रायपुर : मानसून तंत्र की सक्रियता के कारण बुधवार सुबह से हो रही बारिश के चलते रायपुर के अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। मंगलवार की अपेक्षा अधिकतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस गिरा और न्यूनतम तापमान में भी एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट रही। बुधवार को रायपुर का अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23.0 डिग्री सेल्सियस रहा।

प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दुर्ग में 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके साथ ही रायपुर में 22 मिमी, लालपुर में 17 मिमी दर्ज की गई। मौसम विभाग का कहना है कि अभी एक अगस्त तक प्रदेश भर में बारिश के ही आसार बने हुए है। निम्न दबाव का क्षेत्र और प्रबल हो गया है।

बारिश से शहर हुआ जलमग्न, कई इलाकों में जलभराव

राजधानी रायपुर समेत आसपास के ग्रामीण इलाके में बुधवार सुबह से हो रही बारिश के कारण जगह-जगह पर जलभराव की हालत निर्मित हो गई। दिनभर की बारिश में छोटे व बड़े नाले भर जाने से मुख्य सड़क पर पानी का बहाव होने से लोगों को दिनभर आने-जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। खासकर निचली बस्तियों की हालत खराब रही। 

तेलीबांधा मरीन ड्राइव से लगी जल विहार कॉलोनी फिर से जल मग्न हो गई। यही हालात जय स्तंभ चौक, प्रोफेसर कॉलोनी, अरमान नाला, जगन्नाथनगर, संतोषीनगर, मोतीनगर, बोरियाखुर्द, कमल विहार, डूंडा, सेजबहार, काठाडीह, भाठागांव आदि इलाके में भी रहा। इसके कारण लोगों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

रायपुर में नगर निगम 70 फीसदी नालों की सफाई का दावा करती आ रहा है। लॉकडाउन के दौरान नगर निगम प्रशासन ने साफ-सफाई का काम शुरू किया था, जिसे मई महीने के अंत तक पूरा किया गया था। एक तरफ नगर निगम 70 फीसदी नालों की साफ-सफाई का दावा कर रहा है, वहीं वार्डवासियों का कहना है कि बारिश के समय में हमेशा निचली बस्तियों में जलभराव हो जाता है। 

संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा

वार्ड, बस्तियों में जलभराव के कारण संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका हमेशा बनी रहती है। कई जगह पर नालियों का निर्माण नहीं होने के कारण बारिश का पानी सड़क पर बहता है। जर्जर हो चुकी नालियों के कारण भी गंदे पानी का बहाव होने से लोगों को काफी परेशानी होती है। संबंधित वार्ड के पार्षद से कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।

इस मामले में अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य का कहना है कि बारिश से पहले ही नालों की साफ-सफाई का काम किया जा चुका है। पिछले साल जिस जगह पर जलभराव की स्थिति निर्मित हुई थी, उन जगहों को चिह्नित करने के बाद नालों की साफ-सफाई लगातार की गई है। जल विहार कॉलोनी में नाली बन रही है। अगले साल से यह समस्या नहीं होगी। सबसे ब़ड़ी बात यह है कि बरसात में अभी तक एक भी आदमी को राहत कैंप में नहीं लेकर गए। दूसरे शहर की तुलना में रायपुर में काफी सुधार आया है। अगले साल और सुधार होंगे।