घटना का विवरण इस प्रकार है कि तहसील
खरसिया -जिला रायगढ़ के एक पेट्रोल पंप संचालक के द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर में यह शिकायत की गई थी कि उसके पेट्रोल पंप में नोजल स्टैंपिंग का कार्य करने के एवज में रायगढ़ में पदस्थ नापतौल निरीक्षक ओलिभा किस्पोट्टा के द्वारा 20000 रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है।शिकायत का सत्यापन कराए जाने के दौरान आरोपिया द्वारा 10000 रुपए प्रार्थी से प्राप्त कर लिया गया तथा शेष 8000 रुपए लेने हेतु सहमति दी गई जिसके आधार पर कार्यवाही की योजना बनाई जाकर एसीबी बिलासपुर की टीम द्वारा आज दिनांक 24 .2 2025 को आरोपिया ओलिभा किस्पोट्टा को रिश्वती रकम ₹8000 देने हेतु प्रार्थी को रिश्वती रकम सहित भेजा गया था जो प्रार्थी द्वारा आरोपिया को रायगढ़ स्थित नापतौल विभाग के कार्यालय में रिश्वत रकम देने पर पहले से घेराबंदी में लगी हुई एसीबी बिलासपुर की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया ।आरोपिया के विरुद्ध एसीबी के द्वारा धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है ।गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व ही धर्मजयगढ़ में डिप्टी रेंजर मिलन भगत को ,किरोड़ीमल नगर में सीएमओ रामायण पांडेय को ,ग्राम खम्हार तहसील खरसिया क्षेत्र में उच्चतर माध्यमिक स्कूल के एक लिपिक को,तथा खरसिया में रेंजर वस्त्रकार को विभिन्न काम के एवज में रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।एसीबी की रायगढ़ जिले में लगातार धमक और लगातार कार्यवाही से भ्रष्टाचार से पीड़ित लोग राहत महसूस कर रहे हैं।आज की कार्यवाही में भी एसीबी की कार्यवाही की लोगों ने मुक्त कंठ से सराहना की। एसीबी की सूत्रों के अनुसार भ्रष्टाचार के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई निरंतर आगे भी जारी रहेगी।
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