रायपुर एम्स में नर्स की नौकरी लगवाने के बहाने ठगी की वारदात हुई है। एक महिला से आरोपी ने पैसे वसूल कर लिए। फिर उसे नर्स सिलेक्शन का एग्जाम दिलवाया। जब रिजल्ट आया तो उसमें महिला का नाम शामिल नहीं था। इसके बाद आरोपी ने अपना मोबाइल बंद कर फरार हो गया। आमानाका पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, दुर्गेश्वरी साहू ने पुलिस को शिकायत में बताया कि लालबाग राजनांदगांव की रहने वाली है। उसकी सहेली के माध्यम से फेसबुक में रितेश्वर भूमरकर से उसकी जान पहचान हुई। रितेश्वर ने बताया कि वह उसकी सरकारी नौकरी लगवा सकता है। उसने दुर्गेश्वरी से एम्स रायपुर में स्टाफ नर्स की नौकरी लगाने का वादा किया। उसके बदले चार लाख रुपए मांगा। इसके बाद दुर्गेश्वरी ने अलग-अलग बैंक खाता से और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से करीब एक दर्जन से ज्यादा किस्तों में पैसे दिए। यह सिलसिला 3 से 4 महीने चला रहा। दुर्गेश्वरी ने करीब तीन लाख 37 हजार आरोपी को भेज दिए। आरोपी ने कहा कि, तीन-चार महीने बाद नर्स की परीक्षा होगी उसको दिलवा देना उसका सलेक्शन हो जाएगा। दुर्गेश्वरी ने नर्स स्टाफ का पेपर दिया। लेकिन रिजल्ट में उसका नाम नहीं आया। उसने रितेश से संपर्क करने की कोशिश की। तो उसका मोबाइल नंबर बंद आया। जिससे ठगी का शक हो गया। उसने मना का पुलिस को इस मामले में शिकायत दी। फिलहाल पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।
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