श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिले कुपवाड़ा के 15 छात्रों को भारतीय सेना की एक पहल के तहत दक्षिण भारत के शैक्षणिक दौरे पर ले जाया गया, जहां उन्हें देश के शीर्ष शैक्षणिक, तकनीकी और सांस्कृतिक स्थलों से परिचित कराया गया। सेना ने बताया कि नौ से 15 दिसंबर तक चलने वाले दौरे का उद्देश्य इन युवा मस्तिष्कों के क्षितिज को व्यापक बनाना, अत्याधुनिक अनुसंधान में अंतर्दृष्टि प्रदान करना और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना है। इस दौरे का आयोजन ऑपरेशन सद्भावना के हिस्से के रूप में 68 माउंटेन ब्रिगेड के तत्वावधान में सेना की 41 आरआर (मराठा ली) ‘हमदर्द-ए-कुपवाड़ा’ द्वारा किया गया। बेंगलुरु की अपनी यात्रा के दौरान, छात्रों ने भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक और कॉर्पोरेट संस्थानों के बारे में जानकारी हासिल की। उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज (एनआईएएस) में विद्वानों के साथ सार्थक बातचीत की और मूल्यवान शैक्षणिक अंतर्दृष्टि प्राप्त की। करीब 115 साल पुराने प्रमुख संस्थान भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) में उन्हें पारिस्थितिक विज्ञान, सामग्री अनुसंधान और सुपरकंप्यूटिंग में प्रगति से परिचित कराया गया। इस दौरान सुपरकंप्यूटर इंजीनियरिंग एंड रिसर्च सेंटर (एसईआरसी) में अत्याधुनिक सुपरकंप्यूटिंग सुविधा परम प्रवेगा पर ब्रीफिंग एक मुख्य आकर्षण रही।
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