रायपुर।
कहते है सफलता हमेशा मेहनत करने वालों पर जान लूटा देती है। इसका उदाहरण
बने हैं बलौदाबाजार जिले के पलारी क्षेत्र कोसमंदी के रहने वाले रविशंकर
वर्मा। छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग ने 2023 का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया
गया है, जिसमें बलौदाबाजार के रविशंकर ने छत्तीसगढ़ में पहला स्थान
प्राप्त किया है। 2021 में रविशंकर ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से CGPSC
परीक्षा में सफलता प्राप्त की है और रोजगार अधिकारी के पद पर चयनित हुए
हैं। 2021 में इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद वे कोरिया जिले में
ट्रेनिंग पर थे। रविशंकर ने अपने करियर की शुरुआत नोएडा में एक प्राइवेट
कंपनी से की थी, लेकिन 2022 में जिला रोजगार अधिकारी के पद पर चयन के बाद
उन्होंने नोएडा छोड़कर वापस छत्तीसगढ़ लौटने का निर्णय लिया। रविशंकर के
पिता, बालकृष्ण वर्मा, एक मेहनती किसान हैं, जबकि उनकी मां, योगेश्वरी
साहू, गृहिणी हैं। वे चार भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। उनका बड़ा भाई एक
प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं, जबकि दोनों बहनें शिक्षिका हैं और
जिनकी शादी हो चुकी है। रविशंकर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कुसमुंदा गांव के
शासकीय स्कूल से 8वीं तक की। इसके बाद उन्होंने रायपुर के कालीबाड़ी स्कूल
से 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई की और फिर एनआईटी रायपुर से इलेक्ट्रॉनिक
इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद रवि नोएडा में सॉफ्टवेयर
इंजीनियर में नौकरी करने लगे। इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक अधिकारी बनने
का सपना देखा। हालांकि उनका चयन बैकुंठपुर में जिला रोजगार अधिकारी के पद
पर हुआ, जिसकी रायपुर में ट्रेनिंग चल रही है। रविशंकर की सफलता न केवल
उनके परिवार का गर्व है, बल्कि यह यह संदेश भी देती है कि मेहनत और सही
दिशा में प्रयास करने से कोई भी मुश्किल पार की जा सकती है। मुख्यमंत्री
विष्णु देव साय ने सफल होने वाले अभ्यर्थियों को बधाई दी हैं।
उन्होंने कहा कि युवाओं के कंधे पर प्रदेश के विकास की महती जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री साय ने उम्मीद जताई कि राज्य सेवा परीक्षा में चयनित युवा
शासकीय सेवा में आकर पूरी ईमानदारी से जनता की सेवा करेंगे। उन्होंने चयनित
युवाओं को पूरी तन्मयता से कार्य करते हुए प्रदेश के विकास में अपना
बहुमूल्य योगदान देने की अपील की है।
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