नयी दिल्ली। नौसेना ने बुधवार को पूर्वी कमान मुख्यालय के तत्वावधान में आईएनएस डेगा पर वार्षिक उडान सुरक्षा संगोष्ठी और नौसेना उडान सुरक्षा बैठक का आयोजन किया। नौसेना के प्रवक्ता के अनुसार उड़ान सुरक्षा संगोष्ठी मंगलवार को शुरू हुई और इसमें मुख्य अतिथि वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पूर्वी कमान ने अधिकारियों को संबोधित किया। संगोष्ठी में “ उभरते खतरे और चुनौतियाँ - नौसेना वायु संचालन और उड़ान सुरक्षा के साथ अनुपालन” विषय पर चर्चा की गयी। साथ ही ड्रोन रोधी प्रौद्योगिकियों और रणनीति में प्रगति, विमानन संचालन में साइबर सुरक्षा जोखिम तथा विमान प्रणालियों के लिए जवाबी कार्रवाई सहित समकालीन विषयों पर ध्यान केंद्रित किया गया। हवाई संचालन के दौरान मानसिक स्वास्थ्य के लिए ‘माइंडफुलनेस ट्रेनिंग’ के महत्व पर भी विचार-विमर्श किया गया। चर्चा के दौरान उभरते परिचालन जोखिमों के प्रबंधन के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को प्रोत्साहित किया गया और हवाई संपत्तियों की सुरक्षा के लिए सेवाओं में साझा सतर्कता की आवश्यकता पर बल दिया गया। विचारों के आदान-प्रदान में आधुनिक नौसेना विमानन में चुनौतियों के लिए अनुकूली और सक्रिय सुरक्षा रणनीतियों की बढ़ती आवश्यकता को रेखांकित किया गया। सेना, वायु सेना, भारतीय तटरक्षक और एचएएल जैसे प्रमुख रक्षा संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
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