आधा दर्जन बदमाशों ने किया फैक्ट्री में हमला, तोड़फोड़- आगजनी

 

कोरबा। पोड़ी बहार में रहने वाले प्रफुल्ल गुप्ता कूलर व आलमारी की फैक्ट्री का संचालन करते हैं। सोमवार की रात को करीब 11 बजे वे फैक्ट्री से पास में ही स्थित निवास में चले गए। फैक्ट्री में अनीश सिंह बाल्मिकी मौजूद था। वह मालवाहक वाहन भी चलाता है। प्रफुल्ल के पास रात करीब एक बजे कर्मचारी ने मोबाइल पर सूचना दी कि कुछ लोग बलपूर्वक फैक्ट्री का मेन दरवाजा तोड़ कर अंदर घुस आए हैं और तोड़ फोड़ कर सामानों को क्षतिग्रस्त कर रहे हैं। यह सुन प्रफुल्ल तत्काल घर से निकल कर फैक्ट्री पहुंचे। इस बीच उन्होंने देखा कि कुछ अज्ञात लोग फैक्ट्री के पास से एक कार में सवार होकर तेज रफ्तार में भाग रहे हैं।  फैक्ट्री पहुंचने पर संचालक ने देखा कि कूलर और कुछ अन्य फर्नीचर में आग भी बदमाशों ने लगा दिया था। किसी तरह आग को बुझा कर और अधिक हानि होने से बचाने का प्रयास कर्मचारी व कुछ अन्य लोगों के सहयोग से किया। इस घटना की सूचना पर मंगलवार को सिविल लाइन रामपुर थाना से पुलिस के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। भागने से पहले बदमाश फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी कैमरा भी तोड़ दिए। अज्ञात आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने आगजनी व तोड़फोड का अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। कर्मचारी अनीश सिंह ने पुलिस को बताया है कि हमलावर उसकी पिटाई करने जैसे आगे बढ़े, वह एक कमरे में खुद को सुरक्षित बंद कर लिया। दरवाजा तोड़ने का भी प्रयास हमलावरों ने किया, पर वे असफल रहे। उसके बाद तोड़फोड कर फैक्ट्री में नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया। आरोपित बार- बार पूछ रहे थे कि यह मालवाहक वाहन तुम चलाते है, अभी तुम सामान लेकर आए हो। अनीश का कहना है कि वह रात 10 बजे आखिरी बार सामान की आपूर्ति कर वाहन लेकर फैक्ट्री पहुंचा था, पर इस बात पर हमलावर विश्वास नहीं किए। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी का फुटेज खंगाला तो कार में पहुंचे हमलावर नजर आए। इसके माध्यम से आरोपितों तक पहुंचने का प्रयास पुलिस कर रही है। कार में पांच लोग पहुंचे थे, जबकि एक स्कूटी में कुछ लोग घटनास्थल पर नजर आए। संचालक प्रफुल्ल ने बताया कि करीब दो लाख से अधिक का नुकसान तोडफोड़ व आगजनी की वजह से हुआ है। हमलावरों में एक महिला के शामिल होने की आशंका संचालक ने जताई है। उनका कहना है कि कर्मचारी जब मोबाइल पर उनसे बात कर रहा था, तब महिला की आवाज आ रही थी।