रायपुर।
गैंगस्टर अमन साहू को लेकर रायपुर एसएसपी संतोष सिंह ने बड़ा राजफाश किया
है। उनका कहना है कि जांच में यह साफ हो गया है कि उसका अंतराष्ट्रीय
गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई गैंग से सीधे कोई कनेक्शन नहीं है, हालांकि कुछ
शूटर जरूर दोनों गैंग के लिए काम करते है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए
एसएसपी संतोष सिंह ने कहा कि आरोपियों के कार्य करने के तरीके का पता करने
की कोशिश कर रहे हैं। अमन साहू के साथ गैंग की महिला सदस्य समेत 12
आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। अब अमन को दोबारा रिमांड
पर लेकर तेलीबांधा शूटआउट मामले में पूछताछ होगी। शूट आउट को झारखंड के
अमनदीप वाल्मीकि गिरोह ने अंजाम दिया था। झारखंड के सरायकेला जेल में बंद
कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को कोर्ट से जारी प्रोडक्शन वांरट पर पिछसे
हफ्ते सोमवार 14 अक्टूबर की रात कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रायपुर लाया
गया था। रायपुर पहुंचने के बाद उसे सीधे क्राइम ब्रांच के आफिस में रखा
गया, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। पुलिस के मुताबिक अमन साहू ने
छत्तीसगढ़ की बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी पीआरए ग्रुप के डायरेक्टर प्रहलाद
राय अग्रवाल से रंगदारी वसूलने डराने के इरादे से दफ्तर के बाहर फायरिंग
कराई थी। हालांकि पूछताछ में अमन ने इस फायरिंग में अपना हाथ होने से साफ
इंकार कर दिया था। मामले में झारखंड से दो और हरियाणा के सिरसा से चार
बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है, हालांकि अभी मुख्य शूटर पुलिस की गिरफ्त
से बाहर है। अफसरों का कहना है कि मुख्य शूटर के काफी करीब पुलिस पहुंच गई
है। उसकी किसी भी समय गिरफ्तारी हो सकती है।
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