भिलाई।
छत्तीसगढ़ के भिलाई में नगर निगम द्वारा मस्जिद की आड़ में किए गए अवैध
कब्जों को हटाने की कार्रवाई के दौरान एक अप्रत्याशित घटना घटी। यहां चंद्र
मौर्य-टॉकीज के समीप स्थित मस्जिद के आसपास अवैध रूप से बनी दुकानों को
ढहाया गया, जिसमें एक जूते-चप्पल की बड़ी दुकान भी शामिल थी। दुकान के
टूटते ही बस्ती के लोग मौके का फायदा उठाने के लिए टूट पड़े और जूते-चप्पल
लूटने लगे।
मामला 2019-20 के कोरोना काल का है, जब चंद्र
मौर्य-टॉकीज के पास स्थित मस्जिद के आसपास लोगों ने धीरे-धीरे कब्जा करना
शुरू कर दिया था। मस्जिद के आसपास की जमीन पर पहले बाउंड्रीवाल बनाकर कब्जा
किया गया। इसके बाद मस्जिद के पीछे की काफी बड़ी जगह पर निर्माण कार्य की
तैयारी थी, जिसे नगर निगम ने अवैध मानते हुए ढहा दिया।
इस कार्रवाई
के तहत सर्विस रोड के किनारे बनी 22 अवैध दुकानों को भी निगम ने तोड़ दिया।
इनमें से एक बड़ी दुकान जूते-चप्पल बेचने के लिए किराए पर दी गई थी। जैसे
ही दुकान को ढहाया गया, वहां रखे जूते और चप्पलों को लोग उठाकर ले जाने
लगे। यहां तक कि बुलडोलर चालक भी इस मौके का फायदा उठाते हुए लूट में शामिल
हो गया।
लोगों का जमावड़ा, निगम की चुनौती
इस घटना ने निगम की
कार्रवाई को एक अलग मोड़ दे दिया। लूटपाट की इस स्थिति ने निगम अधिकारियों
को भी असहाय कर दिया, क्योंकि लोग बड़ी संख्या में जूते-चप्पल उठाने में
लगे रहे। स्थानीय लोगों के इस रवैये से कार्रवाई में थोड़ी मुश्किलें आईं।
नगर
निगम ने इस अवैध कब्जे को हटाने के लिए पहले से ही नोटिस जारी किया था,
लेकिन इसके बावजूद स्थानीय लोगों ने अवैध निर्माण जारी रखा था। अब इस घटना
ने नगर निगम की चुनौती को और बढ़ा दिया है।
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