इंटरनेट मीडिया पर शेयर मार्केट निवेश के नाम पर ठगी के मामले बढ़े


रायपुर। अगर आपके पास भी शेयर मार्केट में निवेश करने के नाम पर इंटरनेट मीडिया पर लिंक आते हैं, तो गलती से भी उनके चक्कर में न पड़े। ऐसी एक गलती आपका बैंक अकाउंट खाली करा सकती है। कई लोगों के साथ शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के बहाने करोड़ों की ठगी हुई है। बदमाशों ने स्टाक मार्केट में भारी मुनाफे का लालच देकर सैकड़ों लोगों को फंसाया। उन्होंने नकली ट्रेडिंग प्लेटफार्म बनाए और लोगों को अपना शिकार बनाया। इंजीनियर, डॉक्टर, शिक्षक, कारोबारी, सीए भी इसका शिकार हाे चुके हैं। पुलिस ने अलर्ट किया है।
सीए से करोड़ों की ठगी

तेलीबांधा थाने में चार्टर्ड अकाउंटेंट नवीन कुमार ने एक करोड़ 39 लाख रुपये की ठगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। ठगी का जाल फेसबुक से फैलाया गया था। इंटरनेट मीडिया पर प्रमोटेड पोस्ट दिखाई गई। सीए विज्ञापन देख कर आकर्षित होकर उन्होंने लिंक पर क्लिक किया।

यह लिंक एक वाट्सएप ग्रुप में जुड़ने का था। सीए ने दो ग्रुप ज्वाइन किए। पहला इसी एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज स्टाक पुलअप और दूसरा एलिट एग्जीक्यूटिव टीम नाम का था। इसके बाद वह एक-एक कर ठगों के बताए अनुसार एक करोड़ 39 लाख रुपये जमा कर दिए।
महिला इंजीनियर से 88 लाख ठगे

उत्तरप्रदेश निवासी रश्मि शर्मा यहां होटल क्लार्क इन तेलीबांधा में रुकी थी। वह नोएडा में टेक महिंद्रा कंपनी में आइटी इंजीनियर हैं। वे रायपुर में कंपनी के काम से आई हुई थी। इस बीच गूगल में सर्च करने के दौरान उन्हें एवेडेंस स्पार्क ट्रेडिंग प्रोग्राम का विज्ञापन दिखा। इसके बाद रश्मि ने उसमें दिए गए संपर्क नंबर पर फाेन किया। इसके बाद उन्हें वाट्सएप ग्रुप इंडिया स्‍टॉक इंवेस्टमेंट एकेडमी-002 में जोड़ दिया गया।

शेयर ट्रेडिंग करने पर भारी मुनाफा कमाने का झांसा दिया गया। महिला ने आठ जुलाई से लेकर सात अगस्त तक अलग-अलग बैंक खातों में कुल 88 लाख रुपये जमा किया। इतनी राशि जमा करने के बाद शेयर में उन्हें लाभ नहीं मिला और न ही आरोपितों ने पैसे लौटाए। साइबर रेंज थाना पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। 57 लाख रुपये होल्ड करवाए गए हैं।
शेयर मार्केट में मुनाफ का झांसा

शेयर मार्केट में ज्यादा प्रॉफिट कमाने के लिए गाइड करने और टिप्स देने का झांसा दिया जाता है। फिर ठग एप डाउनलोड करने के लिए लिंक भेजते हैं। इस पर निवेश की गई रकम और उस पर होने वाला प्राफिट दिखाई देता है। हालांकि यह फर्जी एप होता है, जिससे रकम बैंक अकाउंट में ट्रांसफर नहीं होती।