संगीतमय रामकथा एव प्रवचन
प्रकृति संरक्षण को समर्पित एकमात्र पत्रिका आम आदमी की भाषा में
मनकामना सिद्धि नर पावा। जे यह कथा कपट तजि गावा।। कहहिं सुनहिं अनुमोदन करहीं। ते गोपद इव भवनिधि तरहीं ।।
रायपुर। रामकथा की महिमा का गाज मानव समाज ही नहीं अपितु समस्त चराचर जगत के कल्याण का कारक है और अगर रामकया एक न्यायाधीश के मुखारविंद से व्याख्यायित हो तो एक दुर्लभ संयोग घटित होता है। अत्यंत हर्ष का विषय है कि माता कौशल्या की जन्मस्थली हमारे रायपुर में परम पूज्य श्री अरुण जी (पूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश) का आगमन होने जा रहा है। गौरतलब है कि श्री अरुण जी पूरे भारत में संगीतमय रामकथा के लिए जाने जाते हैं। न्यायाधीश के पद पर रहते हुए भी उन्होंने अपनी सनातन परंपरा के अनुरूप रामकथा के प्रसार में संलग्न रहे। उन्होंने अपने अवकाश का एक एक पल रामकथा में लग दिया। ओरछाधीश रामराजा सरकार के मंदिर के उन्नयन में भी आपकी केन्द्रीय भूमिका रही। आगामी 22 सितंबर को आपके श्रीमुख से रामकथा का संगीतमय प्रवचन सभी रामकथा प्रेमियों के लिए एक दुर्लभ अवसर है। आज समाज में एकजुटता एवं हमारी भारतीय परंपराओं को वैश्विक स्तर पर पुनस्र्थापित करने की आवश्यकता है इसलिए सर्व सनातन समाज के प्रयास से इस रामकथा का आयोजन हो रहा है। आगामी रविवार को महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कालेज समता कालोनी के सभागार में अपरान्ह 3:30 बजे से सायं 7:00 बजे तक रामकया आयोजित है। इसमें रामराजा सरकार मंदिर ओरछा के कलाकारों के साथ वाराणसी एवं छतरपुर के विशिष्ट भजन गायकों की सुमधुर प्रस्तुतियां भी होंगी। पर्यावरण ऊर्जा टाइम्स के संयोजन में सर्व सनातन समाज की प्रतिनिधि संस्थाओं का ये संयुक्त आयोजन है जिसमें प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ विश्व हिन्दू परिषद, अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन, छत्तीसगढ़ प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन, छत्तीसगढ़ प्रांतीय अग्रवाल संगठन, राजपूत क्षत्रिय महासभा रहटादाह, अखिल भारतीय सतनाम सेना, महाराष्ट्र मंडल, मैथिल ब्राह्मण सभा, विध्य एकता संगठन, अखिल भारतीय देवांगन परिवार कोष्टा समाज, अखिल भारतीय गायत्री परिवार, राजपूत क्षत्रिय समाज, हिंदू क्षत्रिय वाहिनी, मैथिली ब्राह्मण युवा मंच शामिल हैं। आयोजन में प्रमुख रूप से श्री सुनील रामदास अग्रवाल, श्री ललित कुमार सिंघानिया, श्री अशोक अग्रवाल, श्री पुरुषोत्तम सिंघानिया, श्री अजय काले, श्री देवराज जांगड़े, श्री दिलीप तिवारी, श्री आनंद मोहन ठाकुर, श्री नर्मदा सिंह राजपूत इत्यादि समाजसेवियों की विशिष्ट भूमिका है। आयोजक मंडल द्वारा सर्व समाज के रामकथा प्रेमियों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर कथा श्रवण का लाभ लेने की अपील की गई है। सामाजिक समरसता एवं सनातन परंपरा के प्रसार हेतु एकजुटता का प्रयास हमारे कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेगा।
प्रकृति संरक्षण को समर्पित एकमात्र पत्रिका आम आदमी की भाषा में
मनकामना सिद्धि नर पावा। जे यह कथा कपट तजि गावा।। कहहिं सुनहिं अनुमोदन करहीं। ते गोपद इव भवनिधि तरहीं ।।
रायपुर। रामकथा की महिमा का गाज मानव समाज ही नहीं अपितु समस्त चराचर जगत के कल्याण का कारक है और अगर रामकया एक न्यायाधीश के मुखारविंद से व्याख्यायित हो तो एक दुर्लभ संयोग घटित होता है। अत्यंत हर्ष का विषय है कि माता कौशल्या की जन्मस्थली हमारे रायपुर में परम पूज्य श्री अरुण जी (पूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश) का आगमन होने जा रहा है। गौरतलब है कि श्री अरुण जी पूरे भारत में संगीतमय रामकथा के लिए जाने जाते हैं। न्यायाधीश के पद पर रहते हुए भी उन्होंने अपनी सनातन परंपरा के अनुरूप रामकथा के प्रसार में संलग्न रहे। उन्होंने अपने अवकाश का एक एक पल रामकथा में लग दिया। ओरछाधीश रामराजा सरकार के मंदिर के उन्नयन में भी आपकी केन्द्रीय भूमिका रही। आगामी 22 सितंबर को आपके श्रीमुख से रामकथा का संगीतमय प्रवचन सभी रामकथा प्रेमियों के लिए एक दुर्लभ अवसर है। आज समाज में एकजुटता एवं हमारी भारतीय परंपराओं को वैश्विक स्तर पर पुनस्र्थापित करने की आवश्यकता है इसलिए सर्व सनातन समाज के प्रयास से इस रामकथा का आयोजन हो रहा है। आगामी रविवार को महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कालेज समता कालोनी के सभागार में अपरान्ह 3:30 बजे से सायं 7:00 बजे तक रामकया आयोजित है। इसमें रामराजा सरकार मंदिर ओरछा के कलाकारों के साथ वाराणसी एवं छतरपुर के विशिष्ट भजन गायकों की सुमधुर प्रस्तुतियां भी होंगी। पर्यावरण ऊर्जा टाइम्स के संयोजन में सर्व सनातन समाज की प्रतिनिधि संस्थाओं का ये संयुक्त आयोजन है जिसमें प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ विश्व हिन्दू परिषद, अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन, छत्तीसगढ़ प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन, छत्तीसगढ़ प्रांतीय अग्रवाल संगठन, राजपूत क्षत्रिय महासभा रहटादाह, अखिल भारतीय सतनाम सेना, महाराष्ट्र मंडल, मैथिल ब्राह्मण सभा, विध्य एकता संगठन, अखिल भारतीय देवांगन परिवार कोष्टा समाज, अखिल भारतीय गायत्री परिवार, राजपूत क्षत्रिय समाज, हिंदू क्षत्रिय वाहिनी, मैथिली ब्राह्मण युवा मंच शामिल हैं। आयोजन में प्रमुख रूप से श्री सुनील रामदास अग्रवाल, श्री ललित कुमार सिंघानिया, श्री अशोक अग्रवाल, श्री पुरुषोत्तम सिंघानिया, श्री अजय काले, श्री देवराज जांगड़े, श्री दिलीप तिवारी, श्री आनंद मोहन ठाकुर, श्री नर्मदा सिंह राजपूत इत्यादि समाजसेवियों की विशिष्ट भूमिका है। आयोजक मंडल द्वारा सर्व समाज के रामकथा प्रेमियों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर कथा श्रवण का लाभ लेने की अपील की गई है। सामाजिक समरसता एवं सनातन परंपरा के प्रसार हेतु एकजुटता का प्रयास हमारे कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेगा।
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