छत्तीसगढ़ सरकार का Rs 6000 करोड़ महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप सिंडिकेट की जांच को सीबीआई को सौंपने का ऐतिहासिक निर्णय "द हितवाद" (The Hitavada) की निरंतर सत्य की खोज का प्रत्यक्ष परिणाम है।
मध्य भारत के सबसे विश्वसनीय अंग्रेजी समाचार पत्र "द हितवाद" (The Hitavada) ने भारत के इतिहास के सबसे बड़े घोटाले का पर्दाफाश करने के लिए खुद को एक सख्त और गहन जांच के लिए समर्पित किया। दो सावधानीपूर्वक तैयार की गई श्रृंखलाओं, जिनमें क्रमशः 3 और 4 भाग शामिल हैं, के माध्यम से "द हितवाद" (The Hitavada) ने बेखौफ होकर खुलासा किया कि कैसे शीर्ष राजनेताओं, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और प्रभावशाली नौकरशाहों को इस बड़े घोटाले में शामिल होने के बावजूद रहस्यमय रूप से बचाया गया।
हमारी खोजी श्रृंखला ने यह भी दिखाया कि राज्य आर्थिक अपराध जांच और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (SEOIACB) ने केवल छोटे अपराधियों को निशाना बनाया और जानबूझकर उन बड़े अपराधियों को छोड़ दिया जिन्होंने दुबई स्थित सट्टा ऐप प्रमोटरों से संरक्षण राशि के रूप में करोड़ों की संपत्ति इकट्ठी की। अब, जब सीबीआई ने जांच का कार्यभार संभाल लिया है, हम आपसे आग्रह करते हैं कि "द हितवाद" (The Hitavada) की खोजी श्रृंखलाओं की महत्वपूर्ण कतरनों को फिर से देखें और साझा करें।
आइए इस ऐतिहासिक पत्रकारिता की गूंज छत्तीसगढ़ और पूरे देश के कोने-कोने तक पहुंचाएं। *सत्य को साझा करें। प्रभाव को फैलाएं।
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