बिलासपुर
। शासन द्वारा एलपीजी गैस सिलेंडर उपभोक्ताओं को सब्सिडी देने के निर्णय
के बाद जिले में गैस सिलेंडर वितरकों ने उपभोक्ताओं की ई-केवाईसी अपडेट
करना शुरू कर दिया गया है। लेकिन, अब उपभोक्ता इस बात से परेशान होने लगे
हैं कि ई-केवाईसी कराने के लिए सिलेण्डर व गैस चूल्हे के बीच लगने वाला
पाइप दिया जा रहा और उनसे इसके पैसे लिए जा रहे हैं। दूसरी, ओर यह भी बताया
जा रहा कि सुरक्षा की दृष्टि से गैस कंपनी ऐसा कर रहीं हैं। कई दफा गैस
सिलेंडर विस्फोट अथवा किचन में आग जैसी घटनाओं के बाद यह बात सामने आती रही
है कि पाइप पुरानी होने की वजह से गैस लीक हुई और बड़ा हादसा हो गया। इन
सभी बातों को ध्यान में रखते हुए अब उपभोक्ताओं को नई गैस पाइप दी जा रहीं
हैं, ताकि वे उसे पुराने पाइप से रिप्लेस कर सकें। जिस कंपनी की गैस पाइप
उपभोक्ताओं को दी जा रही है, वह आनलाइन 60 रूपये में मिल रही। उसे एजेंसी
में 160 रूपये से 190 रूपये में उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है, इससे
उपभोक्ता नाराज हो रहे और कई जगहों पर एजेंसी कर्मचारियों के साथ विवाद की
भी स्थिति निर्मित हो जा रही। कुछ उपभोक्ताओं ने बताया कि जब वे लोग
ई-केवाईसी कराने के लिए पहुंचे, तो उन्हें गैस पाइप लेने को कहा गया। इसे
लेने से मना करने पर विवाद की भी स्थिति निर्मित हो रही। प्रशासन के
सूत्रों की माने तो गैस पाइप को समय-समय पर बदलते रहना चाहिए, जिससे हादसे
की गुंजाइश ना के बराबर रहे। ई-केवाइसी कराने का कोई शुल्क नहीं है।
प्रशासन की ओर भी कोई शुल्क लेने के निर्देश नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से
समय-समय पर हर किसी को गैस पाइप को बदलते रहना चाहिए। गैस कंपनियों की
माने तो उपभोक्ता के सिलेण्डर व गैस चूल्हे के बीच लगने वाली पाइप यदि कुछ
साल पुरानी है तो उसे बदल देना चाहिए। यह सुरक्षा कारणों से किया जाता है।
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